ईरान से भारतीयों को निकालने के लिए Operation Sindhu, 110 छात्रों का पहला जत्था दिल्ली पहुंचा

ईरान से 110 भारतीय छात्रों के ग्रुप को Operation Sindhu के तहत आज तड़के भारत लाया गया. इन सभी लोगों को ईरान से आर्मेनिया तक सड़क मार्ग से लाया गया, उसके बाद ये लोग फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे. उड़ान में तीन घंटे की देरी हुई.

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ईरान से भारतीयों की सकुशल घरवापसी के लिए ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत.
नई दिल्ली:

Operation Sindhu: इजरायल-ईरान के बीच युद्ध बढ़ते ही जा रहा है. दोनों देश एक-दूसरे पर मिसाइल के जरिए हमले कर रहे हैं. इससे दोनों ओर भारी नुकसान पहुंच रहा है. हालांकि इजरायल से अधिक जानमाल का नुकसान ईरान में हुआ है. यहां 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. युद्ध के कारण ईरान में मची तबाही के बीच वहां रह रहे भारतीयों के लिए उनके परिवार में चिंता है. लोग अपने स्वजनों की फ्रिक में जी रहे हैं. इस बीच भारत सरकार ने ईरान में रह रहे भारतीयों की सकुशल घरवापसी के लिए ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की है. ऑपरेशन सिंधु के जरिए भारतीयों को सुरक्षित ईरान से लाया जा रहा है. छात्रों का पहला जत्था गुरुवार तड़के दिल्ली लाया गया.

110 भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी

 ऑपरेशन सिंधु के तहत आज ईरान से 110 भारतीय छात्रों के ग्रुप को भारत लाया गया. इंडिगो का विमान 110 छात्रों को लेकर दिल्ली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा. इन सभी लोगों को ईरान से आर्मेनिया तक सड़क मार्ग से लाया गया, उसके बाद फ्लाइट से उनको दिल्ली लाया गया है.  सभी छात्र उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी के हैं. उनको बुधवार शाम को फ्लाइट में बैठाया गया था. उड़ान में तीन घंटे की देरी हुई. 

ईरान में 13,000 से अधिक भारतीय छात्र

ईरान और इजरायल के बीच हालात बहुत खराब हैं. ऐसे में वहां फंसे भारतीय छात्रों के परिवार सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. कश्मीर में इस मुद्दे पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भी हुए, जहां से सबसे अधिक छात्र ईरान जाते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान में 13,000 से अधिक भारतीय छात्र हैं, जिनमें से अधिकांश मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं.

आर्मेनिया के रास्ते  ईरान से दिल्ली लाए गए भारतीय छात्र

ईरान में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र पढ़ाई करते हैं. इन सभी को वापस लाने की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है. इसी कड़ी में ईरान में रह रहे भारतीयों का पहला जत्था भारत पहुंच चुका है.  मालूम हो कि ईरान के उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे लगभग 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित रूप से आर्मेनिया लाया गया था. ये सभी छात्र अब भारत लाए जा चुके हैं.  ईरान से भारत लाए जा रहे छात्रों का पहला जत्था 19 जून को तड़के भारत पहुंचा.

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भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान और इजराइल में चल रहे घटनाक्रम के मद्देनजर मंत्रालय में 24x7 नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) स्थापित किया गया है.

बयान में कंट्रोल रूम के नंबर दिए गए हैं- 1800118797 (टोल-फ्री), +91-11-23012113, +91-11-23014104 और +91-11-23017905. इसके अलावा एक व्हाट्सएप नंबर +91-9968291988 और एक इमेल आईडी situationroom@mea.gov.in दिया गया है.

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इसके अलावा, तेहरान में भारतीय दूतावास ने संपर्क के लिए 24x7 आपातकालीन हेल्पलाइन स्थापित की है.

"केवल कॉल के लिए: +98 9128109115, +98 9128109109; व्हाट्सएप के लिए: +98 901044557, +98 9015993320, +91 8086871709, बंदर अब्बास: +98 9177699036, ज़ाहेदान: +98 9396356649”.

पीएम मोदी-जयशंकर का धन्यवाद

जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने एक बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को छात्रों की समय पर निकासी के लिए धन्यवाद दिया. संगठन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बाकी लोगों को भी जल्द ही निकाल लिया जाएगा.

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