भारत ने संघर्षरत सूडान में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए शुरू ‘ऑपरेशन कावेरी' अभियान शुक्रवार को समाप्त कर दिया और भारतीय वायु सेना का आखिरी विमान 47 यात्रियों को लेकर स्वदेश लौटा. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि सूडान से हमने क़रीब 4000 भारतीयों को सुरक्षित निकाला है. ‘ऑपरेशन कावेरी' एक बहुत ही चुनौतियों से भरा बचाव अभियान रहा. हमारे दूतावास के अधिकारियों ने अदम्य साहस और समन्वय का परिचय दिया. उन्होंने जान पर खेल कर भारतीयों को निकाला.
भारत ने सूडान में सेना तथा एक अर्द्धसैनिक बल के बीच हिंसक झड़पों के बाद वहां से अपने नागरिकों को निकालने के लिए 24 अप्रैल को ऑपरेशन कावेरी शुरू किया था. विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘विदेश में सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता हमारी प्रेरणा है.'' विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारतीय वायु सेना के सी130 विमान के शुक्रवार को आने के साथ ही ‘ऑपरेशन कावेरी' के जरिए सूडान से 4000 के करीब लोगों को निकाला गया.
उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना ने 17 उड़ानों का संचालन किया तथा भारतीय नौसेना ने पोर्ट सूडान से भारतीयों को सऊदी अरब में जेद्दा ले जाने के लिए पांच फेरे लगाए. जयशंकर ने बताया कि सूडान की सीमा से लगते देशों के जरिए 86 भारतीयों को लाया गया. उन्होंने सूडान से लाए गए भारतीयों की मेजबानी तथा निकासी प्रक्रिया में मदद के लिए सऊदी अरब का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने चाड, मिस्र, फ्रांस, दक्षिण सूडान, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र का भी आभार व्यक्त किया.
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