राणा सांगा विवाद पर करणी सेना के अध्यक्ष ने देर रात बता दी अपनी डिमांड

करणी सेना के प्रदर्शन में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और बीजेपी विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह भी पहुंचे. बीजेपी के दोनों ही नेताओं ने समाजवादी पार्टी के नेता रामजी लाल सुमन की ही गलती निकाली. 

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राणा सांगा की जयंती पर करणी सेना ने जोरदार प्रदर्शन किया.

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में एक ऐसा विवादित बयान दिया, जिसके खिलाफ आज तक विरोध हो रहा है. उन्होंने राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी की थी. राणा सांगा की जयंती के मौके पर करणी सेना और क्षत्रिय समाज के लोगों ने उनके खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि 9 मई को अब दिल्ली कूच किया जाएगा. दिल्ली में करणी सेना और राजपूत समाज के लोग लाखों की संख्या में इकट्ठा होंगे. दिल्ली के कश्मीरी गेट या रामलीला मैदान पर इकट्ठा होंगे.

महिपाल सिंह ने राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ से अपील करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए. रामजी लाल सुमन को राजपूत समाज से माफी मांगनी चाहिए. तभी ये मामला शांत होगा. इसके साथ ही उन्होंने आगरा और लखनऊ में राणा सांगा की मूर्ति स्थापित करने की भी मांग की.

करणी सेना के प्रदर्शन में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और बीजेपी विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह भी पहुंचे. बीजेपी के दोनों ही नेताओं ने समाजवादी पार्टी के नेता रामजी लाल सुमन की ही गलती निकाली. 

बवाल की वजह क्या?

दरअसल, रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को संसद में दिए एक बयान में कह दिया था कि, 'राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत आमंत्रित किया. अगर भारतीय मुसलमानों को बाबर का वंशज बताया जाता है तो इसी तरह दूसरे समुदायों को भी राणा सांगा जैसे गद्दार के वंशज के तौर पर देखा जा सकता है.' बस उनके इसी बयान पर देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था.

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