"खड़गे जी से पूछें..." वाले राहुल गांधी के बयान का कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने किया बचाव

जयराम रमेश ने राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर गलत मीडिया रिपोर्टों की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नतीजे घोषित होने से बहुत पहले मतदान की दिशा से ही यह स्पष्ट हो गया था कि कौन अध्यक्ष बनने जा रहा है.

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राहुल गांधी के बयान का कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बचाव किया.

बुधवार को राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को नया कांग्रेस अध्यक्ष बताते हुए 'खड़गे जी से पूछें...' वाले बयान का कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बचाव किया. जयराम रमेश ने राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर गलत मीडिया रिपोर्टों की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नतीजे घोषित होने से बहुत पहले मतदान की दिशा से ही यह स्पष्ट हो गया था कि कौन अध्यक्ष बनने जा रहा है.

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आपको बता दें कि बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस में अपनी भूमिका का सवाल पूछे जाने के जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि नए अध्यक्ष मेरी भूमिका तय करेंगे. आप खड़गे जी और सोनिया जी से पूछिए. आंध्र प्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी ने यह टिप्पणी दोपहर करीब 1.30 बजे एक प्रेस वार्ता के दौरान की. उस समय कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए डाले गए वोटों की मतगणना चल रही थी. दोपहर करीब दो बजे तक नतीजे घोषित नहीं किए गए थे. 

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आपको बता दें कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को इस चुनाव में हराया है. खड़गे को 7897 वोट मिले, जबकि थरूर को 1072 मत प्राप्त हुए. मल्लिकार्जुन खड़गे का अपना एक लंबा करियर रहा है. मजदूर नेता के रूप में उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. इंदिरा गांधी के समय से वो राजनीति कर रहे हैं, कर्नाटक में 9 बार के विधायक रह चुके हैं. विधायक का चुनाव वो कभी नहीं हारे. दो बार लोकसभा के सांसद रहे, श्रम मंत्री रहे, रेल मंत्री भी रहे. फिर लोकसभा में कांग्रेस के नेता भी रहे. अभी मौजूदा समय में राज्यसभा के सांसद हैं और विपक्ष के नेता हैं, जिनको कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला हुआ है.

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थोड़ा कांग्रेस के इतिहास में चलते हैं, 37 साल पुरानी पार्टी है लेकिन ये कांग्रेस में सिर्फ छठा चुनाव है. इससे पहले 1939, 1950, 1977, 1997, 2000 और अब 2022 में चुनाव हुए. मल्लिकार्जुन खड़गे के पास 53 साल का लंबा राजनीतिक अनुभव है. 24 साल के बाद कोई गैर गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठा है. इससे पहले सीताराम केसरी कांग्रेस अध्यक्ष बने थे. यहीं नहीं खड़गे दलित समुदाय से आते हैं और जगजीवन राम, जो 1970 में कांग्रेस अध्यक्ष बने थे, उनके बाद दूसरे दलित नेता हैं, जो इतने लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठेंगे.

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