पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप. (फाइल फोटो)
PM Modi Doland Trump Phone Call: जी-7 समिट में भाग लेने गए कनाडा गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर हुई बातचीत को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला किया है. कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विदेश दौरे से लौटते ही सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी राजनीतिक दलों को यह बताना चाहिए कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर उनकी क्या बातचीत हुई है? पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को व्हाइट हाउस में भोज के लिए बुलाया जाना भारत के लिए कूटनीतिक झटका है और इस पर प्रधानमंत्री को ट्रंप के समक्ष नाराजगी जतानी चाहिए थी.
व्हाइट हाउस की ओर से बुधवार के लिए जारी राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यक्रम में लिखा गया है कि वह कैबिनेट रूम में पाकिस्तानी जनरल आसिम मुनीर के साथ आज दोपहर का भोजन करेंगे. रमेश ने कहा, 'खबर आई है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच बातचीत हुई है. कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने ट्रंप से कहा कि व्यापार पर चर्चा नहीं हुई थी और मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है और यह भारत और पाकिस्तान के बीच हल किया जाने वाला मामला है.' उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री यह बात सर्वदलीय बैठक में क्यों नहीं कहते?
कांग्रेस नेता ने कहा, 'इसीलिए हमने संसद के विशेष सत्र की मांग की ताकि प्रधानमंत्री राष्ट्र को विश्वास में लें और वे सारी बातें कहें जो उन्हें राष्ट्रपति ट्रंप से कहनी चाहिए थीं.'
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत पर विक्रम मिसरी ने दी थी जानकारी
मालूम हो कि PM मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की 35 मिनट तक हुई बातचीत को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के सिलसिले में व्यापार से जुड़े किसी विषय पर चर्चा नहीं हुई. उन्होंने कहा कि भारत ने कभी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और भविष्य में भी ऐसी कोई मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा.''
विदेश सचिव के मुताबिक, मोदी ने ट्रंप से फोन पर बात की और उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान पर हमले पड़ोसी देश के अनुरोध पर ‘‘रोके'' थे न कि अमेरिका द्वारा मध्यस्थता या किसी व्यापार समझौते की पेशकश के कारण.
मिसरी ने बताया कि मोदी और ट्रंप का जी7 शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात करने का कार्यक्रम था लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति के शिखर सम्मेलन से समय से पहले विदा लेने के कारण यह बैठक नहीं हो पायी. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने मोदी से बात करने पर जोर दिया, जिसके बाद फोन पर बातचीत करायी गई.
कांग्रेस नेता ने कहा- विदेश लौटते सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए
रमेश ने कहा कि जब प्रधानमंत्री स्वदेश लौटें तो उन्हें सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और बताना चाहिए कि राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी 35 मिनट की बातचीत इसी बारे में थी. उन्होंने उल्लेख किया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 14 बार यह दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच उन्होंने मध्यस्थता करवाई.
जयराम रमेश ने कहा- ट्रंप ने 14 बार मध्यस्थता की बात की
रमेश का कहना है, 'ट्रंप के 14 दावों पर अपनी चुप्पी तोड़ने में उन्हें (मोदी को) 37 दिन लग गए. इसलिए उन्हें राष्ट्र को विश्वास में लेना चाहिए.
कांग्रेस महासचिव के अनुसार
- ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे
- आसिम मुनीर को व्हाइट हाउस में दोपहर के भोज पर बुलाया जाना
- माइकल कुरिल्ला का बयान
प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीति के लिए तीन बड़े झटके हैं.
उन्होंने कहा, 'ये अप्रत्याशित झटके हैं. हमें दिखावे पर कम और तथ्य पर अधिक निर्भर रहना चाहिए. राष्ट्र को विश्वास में लेने और सामूहिक इच्छाशक्ति और संकल्प व्यक्त करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.' रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री विभाजन का काम करते हैं.
रमेश का कहना था, 'उन्होंने ट्रंप से जो कुछ भी कहा है, वह बातचीत टेलीफोन कॉल में हुई हैं जिसे विदेश मंत्रालय ने जारी किया है. वह विपक्षी दलों से बात करें और वही बातें अपने मुंह से कहें.' कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को खुद सदन में ट्रंप के दावों का खंडन करना चाहिए.
मुनीर को भोज पर बुलाए जाने के लिए नाराजगी जताई जानी चाहिए थीः जयराम रमेश
उन्होंने यह भी कहा कि मुनीर को व्हाइट हाउस में भोज पर बुलाए जाने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति से नाराजगी जताई जानी चाहिए थी. रमेश ने कहा, 'अगर इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री होतीं, तो वह निश्चित रूप से अपनी नाराजगी अमेरिका के राष्ट्रपति निक्सन या रीगन को बतातीं.' इससे पहले रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, 'फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, वह व्यक्ति है जिसकी भड़काऊ और उकसाने वाली टिप्पणी सीधे 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमलों से जुड़ी थी. उसे आज व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ दोपहर के भोज पर बुलाया गया है. '
उन्होंने सवाल किया कि क्या यही वजह है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने एक दिन पहले ही जी7 शिखर सम्मेलन छोड़ दिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गले लगाने से मना कर दिया? रमेश ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद 14 बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम करवाया है, जिसका मतलब है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को खत्म करा दिया.
उनका कहना है, 'अमेरिकी केंद्रीय कमान के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने आतंकवाद विरोधी अभियानों में पाकिस्तान को 'अभूतपूर्व' साझेदार बताया था.' रमेश ने दावा किया, 'नमस्ते ट्रंप द्वारा हाउडी मोदी को यह तिहरा झटका है! भारतीय कूटनीति बिखर रही है और प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप हैं.'
दो टूक से कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश हुआ: भाजपा
भाजपा ने बुधवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातचीत ने कांग्रेस के हर झूठ का ‘‘पर्दाफाश'' कर दिया है और यदि विपक्षी दल को इस पर विश्वास नहीं है तो उसे पाकिस्तान का ‘‘साझेदार'' माना जाना चाहिए.
अमित मालवीय बोले- कांग्रेस सच को पचा नहीं पा रही
भाजपा IT विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘‘कांग्रेस और उसकी ट्रोल सेना इस तथ्य को पचा नहीं पा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत को किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की न तो आवश्यकता है और न ही इसे स्वीकार करता है.''
उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट किया, ‘‘कांग्रेस को केवल अपनी छोटी-मोटी बातों के लिए भारत की दृढ़ और सैद्धांतिक विदेश नीति को बदनाम करना बंद करना चाहिए.''
भाजपा प्रवक्ता ने कहा- कांग्रेस के हर झूठ का पर्दाफाश हो गया
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मुख्य विपक्षी दल पर निशाना साधा और कहा कि ‘‘कांग्रेस के हर झूठ का पर्दाफाश हो गया है.'' भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस पर उस वक्त हमला बोला जब प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ट्रंप के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान पर हमले पड़ोसी देश के अनुरोध पर ‘‘रोके'' थे न कि अमेरिका द्वारा मध्यस्थता या किसी व्यापार समझौते की पेशकश के कारण.
फोन पर हुई बातचीत में मोदी ने ट्रंप को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया
ट्रंप के साथ मंगलवार को फोन पर 35 मिनट तक हुई बातचीत में मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में जानकारी दी और यह स्पष्ट किया कि भारत ने कभी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है और भविष्य में भी कभी स्वीकार नहीं करेगा.
इसको लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विदेश दौरे से लौटते ही सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी राजनीतिक दलों को यह बताना चाहिए कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर उनकी क्या बातचीत हुई है.
भाजपा प्रवक्ता बोले- मोदी ने ट्रंप को स्पष्ट संदेश दिया कि किसी तीसरे देश ने मध्यस्थता नहीं की
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने पलटवार करते हुए कहा कि मोदी ने ट्रंप को स्पष्ट कर दिया कि किसी तीसरे देश ने मध्यस्थता नहीं की और भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘‘अगर पाकिस्तान गोलियां चलाएगा, तो भारत बम से जवाब देगा. उसके बाद भी अगर कांग्रेस को भारत के रुख पर भरोसा नहीं है, तो यह माना जाना चाहिए कि पाकिस्तान और कांग्रेस साझेदार हैं.''
आज भारत विश्व स्तर पर एक चमकता हुआ सिताराः मालवीय
मालवीय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के तहत भारत को ‘‘कमजोर, तीसरी दुनिया के देश'' के रूप में देखा जाता था. उनका कहना था, ‘‘आज, भारत एक उभरती हुई शक्ति है, विश्व स्तर पर एक चमकता सितारा. कोई भी झूठ उस सच्चाई को कम नहीं कर सकता.'' उन्होंने रमेश पर ‘‘राहुल गांधी की तरह जन्मजात झूठा'' होने का भी आरोप लगाया, क्योंकि कांग्रेस नेता ने ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री मोदी की ताजा बातचीत पर व्हाइट हाउस से जनवरी 2025 में दिए गए वक्तव्य को अभी के अमेरिकी बयान के रूप में उद्धृत किया था.
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