कोविड के नए वेरिएंट Omicron को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र ने इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन नियम में बदलाव किया है. राज्य सरकार की ओर से बताया गया है कि नए नियमों के तहत बस 6 'अति जोखिम' वाले देशों से आ रहे यात्रियों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन होना होगा.इसके तहत एट रिस्क वाले देशों के यात्रियों को अब आगमन पर इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइम की जरूरत नहीं होगी. महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने NDTV को बताया कि महामारी के पिछले अनुभव को देखते हुए राज्य के नियमों को केंद्र से नियमों से अलग रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'हम पहले कोविड के शिकार बने, कोविड ने महाराष्ट्र को बुरी तरह से प्रभावित किया,इसलिए हमें अपने राज्य को लेकर थोड़ा ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. 'महाराष्ट्र ने मंगलवार शाम को कई प्रतिबंधों की घोषणा की थी जो कि आधी रात से लागू होने थे. इसके कारण इंटरनेशनल यात्रियों को अधिक परेशानियां होतीं.
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हालांकि राज्य ने बाद में प्रतिबंधों में आंशिक रूप से ढील दी थी. आदित्य ठाकरेने कहा था कि यह जरूरी था क्योंकि यात्रियों के पास अपनी यात्रा और फाइनेंस की योजना बनाने का मौका नहीं था. आज की स्थिति में 50 से अधिक देश या तो ओमिक्रॉन का सामना कर रहे हैं या इसके खतरे का सामना कर रहे हैं. इस सूची में यूके, जर्मनी, स्पेन, बेल्जियम, इटली जैसे यूरोपीय देश शामिल हैं. इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका,बोत्सवाना, इजरायल, हांगकांग और जापान में ओमिक्रॉन के मामलों की पुष्टि हुई है.
गौरतलब है कि ओमिक्रॉन को लेकर खतरे के चलते महाराष्ट्र की इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन गाइडलाइंस के मामले में राज्य सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कही कहा था कि लोगों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है और नई गाइडलाइंस जल्द ही जारी होंगी. 'जूनियर ठाकरे' ने कहा था कि कई देशों में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कुछ सुरक्षा नियमों को लेकर थोड़ी सख्ती की जाएगी. उन्होंने कहा कि मुंबई में हम 100 फीसदी टीकाकरण की तरफ बढ़ रहे हैं. वैक्सीन की दोनों डोज के बीच अंतर कम करने की केंद्र से अपील करेंगे.