उत्तर प्रदेश के आगरा में एक बुजुर्ग ने अपनी सारी सम्पत्ति आगरा के जिलाधिकारी के नाम कर दी है. बुजुर्ग व्यक्ति ने वसीयत की कॉपी भी आगरा सिटी मजिस्ट्रेट को सुपुर्द कर दी है. बजुर्ग ने स्वयं इसकी जानकारी दी. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह संपत्ति लगभग दो करोड़ रुपये की है. बताया जा रहा है कि बुजुर्ग पेशे से मसाला व्यापारी हैं और वह अपने बड़े बेटे से बहुत परेशान रहते हैं. बुजुर्ग का का कहना है कि काफी सोच समझने के बाद उन्होंने उक्त कदम उठाया है.
आगरा के पीपलमंडी निरालाबाद निवासी गणेश शंकर पांडेय ने करीब 225 वर्ग गज की प्रॉपर्टी आगरा के जिलाधिकारी के नाम लिखवा दी है. बुजुर्ग ने पत्रकारों को बताया, ‘‘घर में किसी चीज की कमी नहीं है. सब आराम से चल रहा है. उनका बड़ा बेटा दिग्विजय, बहू और दो पोते-पोती उनके साथ ही रहते हैं लेकिन कुछ समय से दिग्विजय उसने लगातार संपत्ति के एक चौथाई भाग की मांग कर रहा है, जो उनकी परेशानी का सबसे बड़ा कारण है.''
पांडेय का कहना है कि उन्होंने कई बार कोशिश की कि दिग्विजय को व्यापार पर बैठाया जाये या उसे समझाया जाये लेकिन वह सुनने को तैयार ही नहीं है और संपत्ति के लिये परेशान करता है. उन्होंने बताया कि इसी उलझन के चलते पांडेय ने जिलाधिकारी को ही सारी संपत्ति दे दी.
वहीं इस संबंध में शनिवार को सिटी मजिस्ट्रेट ए के सिंह का कहना है कि बीते बृहस्पतिवार को उनके पास एक बुजुर्ग आये थे, जो पीपल मंडी निरालाबाद के रहने वाले हैं. उन्होंने अपने बेटे से परेशान होने की बात कही और अपनी पूरी प्रॉपर्टी जिलाधिकारी के नाम लिखवा दी है. इसके लिये वह रजिस्टर्ड वसीयत भी लाये थे, मजिस्ट्रेट ने उनसे प्रॉपर्टी के सारे कागजात ले लिये हैं.