ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अभी तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 900 लोग घायल हैं. घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ने दुख जताया है. हादसे के बाद रेल मंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है. जबकि गंभीर रूप से घायल यात्रियों को दो दो लाख रुपये की मदद दी जाएगी. हादसा कितना भयानक था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बगल से लगे टक्कर के बाद दूसरी ट्रेन की कई बोगियां भी पटरी से उतर गईं. इस घटना से जुड़े एक चश्मदीद ने बताया कि हादसे के बाद घटनास्थल पर किस तरह के हालात थे.
कोरोमंडल एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे इस यात्री ने कहा कि अंधेरा हो गया था तो मैं सो गया था. उसी समय जब गाड़ी पलट गई तो मेरी नींद टूटी. मैंने देखा कि मेरे ऊपर 10-15 आदमी हैं, मैं सबके नीचे था. मैं किसी तरह से उनके अंदर से बाहर निकला. मेरे हाथ और गर्दन में बहुत चोट है. कितने लोग मरे इसका तो नहीं पता लेकिन जब मैं अपनी बोगी से किसी तरह से बाहर निकला तो मैंने देखा कि बाहर जो लोग गिरे हैं उनमें से किसी का हाथ नहीं है तो किसी का पैर नहीं है. कई तो ऐसे भी थे जिनका पूरा चेहरा ही बिगड़ चुका था. वहां पर थोड़ी देर बाद मदद के लिए पुलिस और प्रशासन के लोग आ गए.
बता दें कि रेल मंत्रालय ने NDTV से कहा है कि, ''करीब 8 से 10 बोगी पटरी से उतरी हैं. यह किसी ट्रेन से टक्कर नहीं है, मालगाड़ी से भी कोई टक्कर नहीं है. जब ट्रेन डिरेल हुई तब बगल की पटरी से यशवंतपुर से हावड़ा ट्रेन गुजर रही थी. उधर पटरी से उतरकर ट्रेन की बोगी आ गई और फिर ये नुकसान पहुंचा है.''
पीएम मोदी ने रेल हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया है- ''ओडिशा में ट्रेन हादसे से व्यथित हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायल व्यक्ति जल्द स्वस्थ हों. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया. दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता दी जा रही है.''