ओडिशा सरकार ने शनिवार को कहा कि उसने दिवंगत मंत्री नब किशोर दास की हत्या की जांच में अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) की मदद लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है. सरकार ने एक बयान में कहा कि बर्खास्त सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) गोपाल कृष्ण दास ने जांचकर्ताओं को बताया कि वह मानसिक रूप से बीमारी था और इसके लिए दवाई ले रहा था. दास ने जनवरी में एक सार्वजनिक समारोह में नब कुमार की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी.
बयान के मुताबिक, हालांकि, चिकित्सा विशेषज्ञों ने दास को मानसिक रूप से स्वस्थ पाया है, लेकिन उन्होंने आगे की जांच का सुझाव भी दिया है. बयान में कहा गया है कि यह एक बहुत ही संवेदनशील और दुर्लभ मामला है, इसलिए जांच में मदद करने के लिए सर्वोत्तम तकनीक और विशेषज्ञों की मदद लेने का निर्णय लिया गया है. बयान के अनुसार, यह स्थापित करने के लिए कि आरोपी का मानसिक स्वास्थ्य ठीक है, अपराध शाखा ने एफबीआई की व्यवहार विश्लेषण इकाई से संपर्क करने का निर्णय लिया है, जिसके पास इस तरह की आपराधिक जांच के लिए सर्वोत्तम विशेषज्ञ और उपकरण हैं.
बयान के मुताबिक, राज्य के गृह विभाग ने जांच में एफबीआई की सहायता के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से संपर्क किया है. इसमें कहा गया है, “पहले भी देश की पुलिस और जांच एजेंसियों ने अलग-अलग मामलों की तफ्तीश में एफबीआई की मदद ली है, जिनमें 26/11 का मुंबई आतंकवादी हमला मामला और राजस्थान भंवरी देवी हत्याकांड शामिल है.” बयान के अनुसार, राज्य सरकार ने 22 फरवरी को गृह मंत्रालय को पत्र लिखा था. ओडिशा में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के आरोपों के बीच यह बयान जारी किया गया है. दोनों दलों का आरोप है कि राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह किया है.
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