हरियाणा में मजदूरों के लिए लड़ने वाली नोदीप कौर रिहाई के बाद कहा है कि वह सिंघु बॉर्डर जाएंगी और किसानों के साथ बैठेंगी. नोदीप कौर को करनाल से रिहा किया गया. उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में शामिल होने का आरोप था. तीनों मामले में जमानत मिलने के बाद उन्हें शुक्रवार को रिहा किया गया.
नोदीप कौर ने सबको धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया से मिले समर्थन के लिए वह धन्यवाद देती हैं.आगे भी लड़ाई लड़ती रहूंगी. ऐसी ही जनता के लिए काम करती रहूंगी. कौर ने कहा कि उनके साथ आरोपी शिवकुमार तो 12 जनवरी को प्रदर्शन के दौरान हाजिर भी नहीं थी. उसे बुरी तरह पीटा गया. शिवकुमार की लड़ाई बहुत ज्यादा है. बेहद गरीब है. एक आंख से दिखता नहीं है.
कोर्ट की कानून-व्यवस्था खराब न करने की ताकीद पर कौर ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा कुछ नहीं किया. कौर ने कहा, अभी घर वालों से बात करूंगी. सिंघु बॉर्डर पर जरूर जाऊंगी और किसानों के साथ जरूर बैठूंगी. वसूली, हिंसा के आरोपों पर नोदीप कौर ने कहा कि यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है, लिहाजा ज्यादा नहीं बोलना चाहती. नोदीप कौर ने कहा कि अपने वकील से बात करके ही वह आगे अपनी रणनीति का खुलासा करेंगी.