उद्योगपति गौतम अडाणी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत वर्ष 2050 तक 30,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनता है, तो देश में कोई भी भूखे पेट नहीं सोएगा. अडाणी ने टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकनॉमिक कॉन्क्लेव में कहा, ‘‘हम वर्ष 2050 से लगभग 10,000 दिन दूर हैं. इस अवधि के दौरान, मुझे आशा है कि हम अपनी अर्थव्यवस्था में लगभग 25 हजार अरब डॉलर जोड़ेंगे.'' उन्होंने कहा, ‘‘यह एक दिन में 2.5 अरब डॉलर बनता है. इसी के साथ मैं यह भी उम्मीद लगाता हूं कि हम गरीबी के सभी प्रकार को पीछे छोड़ देंगे.''
उन्होंने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था योजना के अनुसार बढ़ती है, तो इन 10,000 दिनों के दौरान शेयर बाजार का बाजार पूंजीकरण लगभग 40 हजार अरब डॉलर बढ़ जायेगा......जो वर्ष 2050 तक हर दिन चार अरब डॉलर बनता है. अडानी समूह के प्रमुख ने कहा कि 1.4 अरब लोगों के जीवन को इस अवधि में बेहतर करना मैराथन जैसा लग सकता है, लेकिन यह लंबे समय की एक ‘स्प्रिंट' (तेज दौड़) जैसा है. साल 2021 में दुनिया के दो सबसे अमीर व्यक्तियों, एलोन मस्क और जेफ बेजोस से अधिक, अतिरिक्त संपत्ति $49 बिलियन गौतम अडाणी ने जोड़ी है और उनका माना है कि हम एक राष्ट्र के रूप में केवल 10,000 दिनों में ऐसा कर सकते हैं.
वहीं विश्व बैंक ने देश में गरीबी पर अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि भारत में 2011 और 2019 के बीच अत्यधिक गरीबी में 12.3 प्रतिशत अंक की भारी गिरावट देखी गई .साल 2011 में 22.5 प्रतिशत से 2019 में 10.2 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है.
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