नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने बाल मजदूरी खत्म करने के लिए विश्वव्यापी अभियान का किया आगाज

संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सतत विकास लक्ष्य के तहत 2025 तक दुनिया से बाल श्रम खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत साल 2021 को बाल श्रम उन्मूलन के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है.

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कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम को आयोजित किया
नई दिल्ली:

नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्‍यार्थी (Nobel laureate Kailash Satyarthi) ने बाल मजदूरी (child labor) को समाप्‍त करने के “फेयर शेयर फॉर चिल्‍ड्रेन” विश्वव्यापी अभियान की शुरुआत की है. वैश्विक नेताओं और अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के साथ यह अभियान शुरू किया गया. संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सतत विकास लक्ष्य के तहत 2025 तक दुनिया से बाल श्रम खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत साल 2021 को बाल श्रम उन्मूलन के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. पूरी दुनिया से 2025 तक बाल श्रम को समाप्‍त करने और सतत विकास लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने हेतु संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, कॉरपोरेट नेताओं, धर्मगुरु, अंतरराष्ट्रीय यूनियनों और युवा नेताओं को लामबंद करने का प्रयास किया जा रहा है.

कैलाश सत्यार्थी के नेतृत्व में यह अभियान यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि बाल श्रम उन्मूलन पर हर मंच पर चर्चा की जाए और तत्काल ठोस कार्रवाई की मांग की जाए. अभियान का मकसद बच्चों की आबादी के अनुपात के अनुसार बजट और संसाधनों आदि में उनकी उचित हिस्सेदारी सुनिश्चित कराना है. अभियान को अपना समर्थन देने के लिए इकट्ठा हुए वैश्विक नेताओं ने एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किया. यह संकल्‍प भी व्‍यक्‍त किया कि संसाधनों, कानूनों, नीतियों, योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा में बच्‍चों को उनका उचित हिस्सा यानी “फेयर शेयर” मिलना चाहिए. इसके लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे.

कैलाश सत्‍यार्थी ने कहा कि हम न्यायपूर्ण और समानता की एक नई संस्कृति विकसित करने के लिए बच्‍चों के लिए एक उचित हिस्सेदारी यानी फेयर शेयर की मांग करते हैं. अब हम उस बदलाव की आग को प्रज्‍ज्‍वलित कर रहे हैं जो बुझने वाली नहीं है. यह मानवता के खिलाफ सदियों पुराने बाल श्रम के अपराध को समाप्त कर देगी. हम इस अभियान के लिए अब आगे बढेंगे, ताकि सभी बच्‍चों को उनका हक मिल सके। अब हम बाल श्रम को समाप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.

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आईएलओ के महानिदेशक गाइ राइडर ने कहा कि आईएलओ बाल श्रम उन्मूलन अभियान के अंतराष्ट्रीय वर्ष में वैश्विक प्रयासों का एक अभिन्न अंग है। बाल श्रम उन्‍मूलन का यह अंतर्राष्ट्रीय वर्ष हमें “फेयर शेयर अभियान” की प्रतिबद्धता को पूरा करने का मौका देता है. संसाधनों, कानूनों और सामाजिक सुरक्षा में बच्‍चों को उनका उचित हिस्सा दिलाने के दृष्टिकोण को यह अभियान प्राथमिकता देता है. आईएलओ अभियान के शुरुआती समर्थक होने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त करता है.

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कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के महानिदेशक गाइ राइडर, विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम, ओईसीडी के महासचिव एंजेल गुरिया, इंटर पार्लियामेंटरी यूनियन के महासिचव मार्टिन चुंगॉन्ग, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता जोस रामोस-होर्ता, विश्व प्रसिद्ध मानव अधिकार कार्यकर्ता केरी कैनेडी, ग्लोबल स्टूडेंट्स फोरम के कारमेन रोमेरो, ऑल-अफ्रीका स्टूडेंट यूनियन के महासचिव पीटर क्‍वासी, घाना की मुक्‍त बाल मजदूरन सलीमाता टोकर, जीईपी की अध्यक्ष और सह-संस्थापक नेहा शाह, धर्मगुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती, प्रसिद्ध भारतीय उद्योगपति राहुल बजाज, आईटीयूसी के महासचिव शरण बुरु, यूएनईसीएसओ के उप-निदेशक गैब्रिएला रामोस सहित सविलि सोसायटी, यूनियनों, कार्पोरेट जगत और युवा संगठनों के तमाम नेताओं सहित जबरिया बाल मजदूरी और बाल दुर्व्‍यापार से मुक्‍त कराए गए युवा नेता मौजूद थे।

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