अमेरिकी फूड एवं ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने मंगलवार को Moderna की कोरोना वैक्सीन को लेकर सकारात्मक शब्दों के साथ दस्तावेज जारी किये जिनमें कहा गया है कि कंपनी की वैक्सीन को लेकर कोई खास सुरक्षा चिंताएं नहीं हैं. जल्द ही इस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने के लिए विशेषज्ञों की बैठक होने वाली है. इसे देखते हुए कंपनी के लिए यह अच्छी खबर है.
अमेरिकी फूड एवं ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) वैक्सीन को लेकर काफी उत्साहित था. एफडीए ने कहा, ''कोई विशिष्ट सुरक्षा चिंताओं की पहचान नहीं की गई, जो इसके इमरजेंसी इस्तेमाल (emergency use authorization) पर मुहर लगाने का मार्ग प्रशस्त करेगा. FDA ने वैक्सीन के 94.1 फीसदी प्रभावी होने की पुष्टि भी की.
बता दें कि अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी मॉडर्ना (Moderna) ने 16 नवंबर को दावा किया था कि उसकी कोरोना वैक्सीन 94 फीसदी से ज्यादा प्रभावी है. इसके पहले अमेरिका की ही एक और दवा कंपनी फाइजर ने भी उसकी वैक्सीन के 90 फीसदी से ज्यादा प्रभावी होने का दावा किया था.
मॉडर्ना की COVID-19 वैक्सीन 3 महीने तक शरीर में एंटीबॉडी को बने रहने में करती है मदद : रिपोर्ट
कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) के मोर्चे पर कई देश वैक्सीन कंपनियों के साथ मिलकर तेजी से काम कर रहे हैं. मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन को 94 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है. मॉडर्ना (Moderna) की वैक्सीन को लेकर गुरुवार को एक स्टडी में कहा गया है कि Moderna की COVID-19 Vaccine से मनुष्य की प्रतिरक्षा प्रणाली में शक्तिशाली एंटीबॉडी (Antibodies) का उत्पादन होता है, जो कि कम से कम से तीन महीने तक रहता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिज़ीज़ेज़ (NIAID) के शोधकर्ताओं ने क्लीनिकल ट्रायल के पहले चरण से 34 व्यस्क प्रतिभागियों के इम्युन रिस्पॉन्स का अध्ययन किया है. इनमें युवा से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं. एनआईएआईडी ने मॉडर्ना के साथ मिलकर वैक्सीन को विकसित किया है.