बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी उपलब्धियां दिखाने के लिए प्रचार-प्रसार कर रहे मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधा है. नीतीश ने प्रचार -प्रसार के सहारे कोरोना से लड़ रहे मुख्य मंत्रियों को नसीहत देते हुए कहा कि कि कोरोना से मारे गए लोगों के परिवारों को पिछले साल से चार लाख रुपये देते आ रहे हैं, लेकिन विज्ञापन देकर उसका ढिंढोरा नहीं पीटते. नीतीश ने एक कार्यक्रम में कहा कि यहां लोग 50 हजार रुपये देकर मृतकों के परिवारों की मदद करने का ढोल पीटते हैं, लेकिन हम लोग चार लाख रुपये दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अखबारों में खूब विज्ञापन छपते हैं, लेकिन हम लोग इन चीजों पर धन का दुरुपयोग नहीं करते. उन्होंने कहा कि अगर हम लोग देश के सभी अखबारों में पीड़ित परिवारों की मदद का विज्ञापन छपवा दें तो जान लीजिए कि क्या स्थिति हो जाएगी. उन्होंने सफाई दी कि हम प्रचार-प्रसार नहीं करते. पीड़ित परिवार भी इस बात को मानते हैं. कहीं भी कोरोना से मौत की सूचना नहीं भी मिली, उसके लिए दोबारा समीक्षा कराने का काम भी किया.
मुख्यमंत्री ने बताया कि एक दिन पहले ही जनता दरबार के दौरान एक व्यक्ति उनके पास आए और बताया कि कोरोना के इलाज के लिए वो पत्नी के साथ दिल्ली गए थे. दिल्ली में उनकी पत्नी की मौत हो गई और वो बच गए. उन्होंने तत्काल अधिकारियों से कहकर उनके परिवार को मदद दिलाने का निर्देश दिया. अगर बिहार के लोगों की अगर इलाज के दौरान राज्य से बाहर भी मौत हो गई तो उनके परिवार को भी मदद देना ही देना है.