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'संसाधनों की संपूर्ण लूट पर केंद्रित है नीतीश सरकार का ध्यान'  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का हमला

महामारी के एक वर्ष बाद कथित तौर पर हज़ारों करोड़ खर्च करने के बावजूद भी बिहार सरकार राज्यवासियों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवा और इलाज उपलब्ध नहीं करा पाई है.

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तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक ट्वीट कर नीतीश सरकार पर लगाये आरोप.
पटना:

बिहार में कोविड हालातों को लेकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमलावर हैं. तेजस्वी ने आज यानी 5 मई को एक के बाद एक कई ट्वीट कर नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये है. उन्होंने कहा कि महामारी में ज़रूरतमंदो की सहायता करने की बजाय नीतीश सरकार का ध्यान संसाधनों की संपूर्ण लूट पर केंद्रित है. विगत वर्ष भी विधान पार्षद व विधायकों की आवंटित राशि से सैंकड़ों करोड़ निकाल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिए. आज तक सरकार ने नहीं बताया उस धनराशि का कहाँ सकारात्मक उपयोग किया गया?

उन्होंने आगे लिखा कि सर्वविदित है विगत वर्ष बिहार में कोरोना जाँच किट, आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर के नाम पर कैसे खुली लूट हुई. जनता का पैसा सरकार के संगठित भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. महामारी के एक वर्ष बाद कथित तौर पर हज़ारों करोड़ खर्च करने के बावजूद भी बिहार सरकार राज्यवासियों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवा और इलाज उपलब्ध नहीं करा पाई है. मुख्यमंत्री बताए, आख़िर हज़ारों करोड़ जा कहाँ रहे है?  इस वर्ष अब फिर बिना विमर्श विधायक निधि से 600 करोड़ निकालने पर CM को पत्र लिखा. कृपया पढ़ा जाए.

 देशभर समेत बिहार में भी कोरोनावायरस को लेकर हालात बिगड़ते जा रहे हैं. राज्य में हर दिन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है. वहीं कई पीड़ित लोग ऑक्सीजन और बेड की कमी से जूझ रहे हैं. बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पटना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है. कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि अगर आप से स्थिति नहीं संभल रही है तो क्या  कोविड का प्रबंधन सेना को सौंप देना चाहिए? अदालत ने कहा कि बार-बार आदेश देने के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है.

कोर्ट ने यहां तक कह डाला कि ये शर्म की बात है कि हमारे बार-बार आदेश देने के बाद भी लोग मर रहे हैं. इस बीच राज्य में ना तो सरकारी अस्पताल और  न निजी अस्पताल में लोगों को बेड मिल रहा है और जो भर्ती हैं उन्हें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन भी नहीं मिल रहा है. 

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बिहार में 15 मई तक लॉकडाउन

वहीं, बीते दिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नीतीश सरकार ने बिहार में 15 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है. उन्होंने ट्विटर के माध्यम से इस फैसले की जानकारी दी. सीएम नीतीश के अनुसार सोमवार को सहयोगी मंत्रीगण और पदाधिकारियों के साथ चर्चा के बाद बिहार में फिलहाल 15 मई, 2021 तक लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया गया है.

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कोरोना से बिगड़ते हालात को लेकर नीतीश सरकार को हाईकोर्ट से लताड़

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