नीरव मोदी के डायमंड इंटरनेशनल कंपनी के हीरे-जूलरी की होगी नीलामी

नीरव मोदी 2018 की शुरुआत से देश से फरार है और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कॉर्पोरेट देनदार के कार्यालयों/कारखानों और अन्य सभी प्रमुख और पर्याप्त संपत्ति को कुर्क कर लिया गया था.

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नीरव मोदी जनवरी 2018 में ही देश से फरार हो गया था.
नई दिल्ली:
भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के स्वामित्व वाली ‘फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल' के हीरे, सोने और प्लेटिनम के आभूषणों की बिक्री 25 मार्च को ई-नीलामी के जरिये होगी. यह बिक्री नोटिस शांतनु टी. रे द्वारा जारी किया गया है, जिन्हें फरवरी 2020 में ‘नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल' (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ ने फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड का परिसमापक (लिक्विडेटर) नियुक्त किया था.इस कंपनी से जुड़े मामलों का प्रबंधन शांतनु द्वारा किया जा रहा है. नोटिस के मुताबिक सोने, प्लेटिनम और हीरे के आभूषणों की बिक्री 25 मार्च को ई-नीलामी के जरिए होगी. नीलाम की जाने वाली वस्तुओं का आरक्षित मूल्य नीलामी की तिथि को घोषित किया जायेगा.ई-नीलामी दस्तावेज के अनुसार, नीलाम की जानी वाली वस्तुओं की सूची में तैयार आभूषण, लूज डायमंड और कलर स्टोन, अधूरे रूप से तैयार आभूषण, सोना, प्लेटिनम और चांदी शामिल हैं. परिसमापक शांतनु रे ने कीमती वस्तुओं के मूल्य का निर्धारण करने के लिए जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को नियुक्त किया है.बता दें कि नीरव मोदी 2018 की शुरुआत से देश से फरार है और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कॉर्पोरेट देनदार के कार्यालयों/कारखानों और अन्य सभी प्रमुख और पर्याप्त संपत्ति को कुर्क कर लिया गया था. नीरव मोदी और उसके चाचा मेहुल चोकसी ने देश के सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी में से एक को अंजाम दिया और सरकार के स्वामित्व वाले पंजाब नेशनल बैंक के कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से 14,000 करोड़ रुपये निकालने के लिए फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoUs) के जरिए धोखे का एक जटिल जाल बुना.नीरव मोदी अपने और अपने सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज होने से कुछ दिन पहले 2018 में कानून से बचने के लिए भारत से भाग गया था.
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