उमेश कोल्हे हत्याकांड : तबलीगी जमात से जुड़े आरोपियों ने पैगंबर मोहम्मद पर पोस्ट का बदला लेने के लिए की थी हत्या- NIA

एनआईए की चार्जशीट में एनआईए ने दावा किया है कि उमेश कोल्हे की हत्या तबलीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों द्वारा पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान का बदला लेने के लिए की गई थी.

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महाराष्ट्र के अमरावती के फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे हत्याकांड में NIA का बड़ा खुलासा हुआ है. सभी आरोपी तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं.  राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने अमरावती में उमेश कोल्हे हत्याकांड में बॉम्बे सत्र न्यायालय की विशेष एनआईए अदालत में चार्जशीट दायर की है. इस चार्जशीट में एनआईए ने दावा किया है कि उमेश कोल्हे की हत्या तबलीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों द्वारा पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान का बदला लेने के लिए की गई थी. अमरावती के फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट शेयर किया था. एनआईए ने यहां अदालत में दायर चार्जशीट (तबलीगी जमात द्वारा पैगंबर के अपमान का बदला) में कहा है कि पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान का बदला लेने के लिए तबलीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने उमेश कोल्हे की हत्या कर दी थी. एनआईए ने इस मामले में 11 आरोपियों की गिरफ्तार किया है.

इससे पहले एनआईए ने कहा था कि आरोपियों ने लोगों में आतंक फैलाने के मकसद से 21 जून, 2022 को अमरावती के घंटाघर इलाके में उमेश की बेरहमी से हत्या कर दी थी.

केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनआईए ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (आपराधिक साजिश), 302 (हत्या), 153-ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान और भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) समेत अन्य धाराओं के तहत दो जुलाई को मामला दर्ज किया था.

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