महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) और अन्य केंद्रीय एजेंसियां मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को बचाने का प्रयास कर रही हैं. मलिक ने सिंह को उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास 'एंटीलिया' के पास विस्फोटक सामग्री लदी कार बरामद होने के मामले का ''मुख्य साजिशकर्ता'' करार दिया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता मलिक ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह बिल्कुल साफ है कि एनआईए केंद्र सरकार के दबाव में है क्योंकि इस मामले में अब तक कोई आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया है.
उन्होंने आरोप लगाया, '' परमबीर सिंह मुंबई में एक उद्योगपति के आवास के पास कार में विस्फोटक सामग्री रखने के मामले के मुख्य साजिशकर्ता हैं. उन्होंने एनआईए के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था और फिर लंबे समय के लिए लापता हो गए. महाविकास अघाड़ी सरकार को बदनाम करने के लिए सिंह, भाजपा और केंद्र सरकार के बीच एक समझौता है.''
मलिक ने दावा किया कि वरिष्ठ राकांपा नेता और महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर उन्हें फंसाया गया.
एनसीपी के प्रवक्ता ने कहा कि बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने जांच आयोग के समक्ष बयान दिया है कि उसने अनिल देशमुख को कोई राशि नहीं दी.