पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान पूरा होने के बीच एनआईए (NIA) ने तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के छत्रधर महतो (Chhatradhar Mahato) को गिरफ्तार कर लिया है. महतो के खिलाफ सीपीएम नेता प्रबीर घोष की हत्या समेत कई आरोपों में जांच चल रही है. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 82 फीसदी मतदान हुआ है.
तड़के एनआईए ने झाडग्राम जिले के लाल गढ़ से महतो को उनके घर से दबोचा. महतो टीएमसी की राज्य समिति का सदस्य भी है. एनआईए ने से कोलकाता ले जाकर कोर्ट के समक्ष पेश करने की तैयारी में है. स्थानीय सूत्रों का कहना है कि 40 सदस्यों की एक टीम उस वक्त महतो के घर आ धमकी, जब वो सो रहा था. इस घटना के दौरान एक पुलिसकर्मी को चोट भी आई है. महतो के परिवार ने एजेंसी की ओर से पेश किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने या उसे स्वीकार करने से मना कर दिया.
एनआईए ने छत्रधर महतो को सीपीएम नेता प्रबीर घोष की 2009 में हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है. महतो ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के पहले चरण के दौरान लालगढ़ में मतदान किया. इसके कुछ ही देर बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
माओवादी समर्थित पीपल्स अगेन्स्ट पुलिस एट्रोसिटीज (पीसीपीए) के पूर्व संयोजक महतो को 40-45 कर्मियों वाले एनआईए दल ने पकड़ा.
एनआईए अधिकारी के मुताबिक, महतो के खिलाफ अवैध गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। हम उन्हें रविवार को शहर की अदालत में पेश करेंगे. कलकत्ता हाईकोर्ट ने हाल ही में महतो को आदेश दिया था कि वह मामले की जांच में सहयोग करने के लिए एनआईए के समक्ष सप्ताह में तीन बार पेश हों.
इससे पहले, महतो (50) ने 2008 में सालबोनी में माओवादियों के विस्फोट में संलिप्तता के कारण 10 साल सजा भुगती थी. यह धमाका तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और पूर्व केंदीय मंत्री रामविलाम पासवान के काफिले को निशाना बनाकर किया गया था.