कांग्रेस सहित 17 विपक्षी दलों की पिछले दिनों ही पटना में संपन्न हुई थी. जिसमें वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला एकजुट होकर करने और अपने मतभेदों को अलग कर सीट बंटवारे में लचीला रुख अपनाने का संकल्प लिया गया था. अब विपक्षी दलों ने संयुक्त रणनीति पर चर्चा के लिए बेंगलुरु में अगली बैठक बुलाने का फैसला किया है.
After a hugely successful All-Opposition meeting in Patna, we will be holding the next meeting in Bengaluru on 17 and 18 July, 2023.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) July 3, 2023
We are steadfast in our unwavering resolve to defeat the fascist and undemocratic forces and present a bold vision to take the country forward.
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पटना में बेहद सफल सर्व-विपक्ष बैठक के बाद, हम 17 और 18 जुलाई, 2023 को बेंगलुरु में अगली बैठक करेंगे. सोशल मीडिया पर किए ट्वीट में कांग्रेस नेता ने लिखा कि हम फासीवादी और अलोकतांत्रिक ताकतों को हराने और देश को आगे ले जाने के लिए एक साहसिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के अपने अटूट संकल्प पर कायम हैं.
CPM पोलित ब्यूरो मेंबर नीलोत्पल बसु ने बैठक के बारे में बताते हुए कहा कि अगली विपक्षी दलों की बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की एकजुटता और मजबूत करने के एजेंडे पर बात होगी. कुछ नेताओं ने एक कॉमन मिनिमम एजेंडा का सुझाव दिया है लेकिन इस पर विपक्षी दल किसी मुकम्मल एजेंडे पर अभी तक नहीं पहुंचे हैं. अगले लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों का क्या साझा राजनीतिक एजेंडा हो इस पर स्पष्टता आएगी.
निलोत्पल बसु ने साथ ही महाराष्ट्र के मौजूदा घटनाक्रम पर बात करते हुए कहा कि राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 3 इंजन की सरकार होने का दावा किया है. लेकिन हमने पूर्वोत्तर भारत के मणिपुर राज्य में एक डबल इंजन सरकार का नतीजा देखा है. जिन एनसीपी के 9 मंत्रियों को लिया गया क्या अब वह दूध से धूल गए हैं?
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