नवनियुक्त रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को अहमदाबाद और मुंबई के बीच महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा की. वह पिछले कुछ दिनों से रेलवे की उच्च प्राथमिकता वाली परियोजनाओं की स्थिति जानने के लिए परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं. एक समीक्षा बैठक के दौरान, मंत्री को बुलेट ट्रेन कार्यान्वयन एजेंसी, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के प्रबंध निदेशक ने परियोजना की स्थिति से अवगत कराया.
वैष्णव ने ट्वीट किया, “एनएचएसआर के प्रबंध निदेशक श्री सतीश अग्निहोत्री के साथ अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड लाइन के कार्यान्वयन की समीक्षा की.”
अधिकारियों ने बताया कि परियोजना के लिए जरूरी कुल 1,396 हेक्टेयर भूमि में से अब तक, 1,035 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि अब तक 74 फीसदी भूमि अधिग्रहण हुआ है जिसमें से 96 प्रतिशत गुजरात में और 25 फीसदी महाराष्ट्र में अधिग्रहित की गई है. उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र शासित प्रदेश दादर नगर हवेली से परियोजना के लिए जरूरी भूमि में से 96 प्रतिशत का अधिग्रहण कर लिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि संरेखण के 92 प्रतिशत (351 किलोमीटर में से 325 किलोमीटर) और पांच स्टेशनों के निर्माण के लिए सिविल कार्य के ठेके गुजरात और दादरा नगर हवेली में दिए गए हैं और क्षेत्र में निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जहां करीब 2000 लोग काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगभग 90 प्रतिशत भूमि, निर्माण के लिए ठेकेदारों को पहले ही सौंपी जा चुकी है.
अधिकारियों ने कहा कि उम्मीद है कि गुजरात में शेष आठ प्रतिशत संरेखण और शेष तीन स्टेशनों के लिए ठेके इस वर्ष के अंत तक दे दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि साबरमती रोलिंग स्टॉक डिपो के लिए ठेका अगले साल की शुरुआत में दिया जाएगा.
एक अधिकारी ने बताया, “महामारी और महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण की धीमी प्रक्रिया से एमएएचएसआर (मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल) परियोजना पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. पूरी परियोजना पर महामारी के सटीक प्रभाव का पता लगाने के बाद संशोधित समयसीमा पर काम किया जाएगा.”