मैंने खुद लाशें लोड की हैं सर, खाना नहीं खा पा रहा हूं... नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के कुली की आपबीती

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बतौर कुली काम करने वाले बलराम ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर एकाएक इतनी भीड़ आ जाएगी, इसका अंदाजा किसी को नहीं था. ये हादसा भीड़ के अनियंत्रित होने की वजह से हुआ है. लोग यहां से वहां भागने लगे थे.

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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे को लेकर कुली ने बताई आपबीती

नई दिल्ली:

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में अभी तक 18 लोगों की मौत की खबर है. जबकि  बड़ी संख्या में लोग गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. यह घटना रात करीब 10 बजे के प्लेटफॉर्म संख्या 13,14, 15 और 16 पर हुई है. जिस समय भगदड़ मची उस दौरान हजारों की संख्या में यात्री प्लेटफॉर्म पर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर यात्री महाकुंभ जाने  के लिए प्रयागराज की ट्रेन पकड़ने यहां आए थे. जिस समय ये हादसा उस दौरान कुली बलराम भी इन्हीं प्लेटफॉर्म पर मौजूद थे. बलराम ने बताया कि भगदड़ मचने के बाद प्लेटफॉर्म पर खड़े लोग एक दूसरे पर चढ़कर भागने लगे. इस दौरान कई महिलाएं और बच्चे इस भीड़ के बीच में फंस गए और कई तो गिर भी गए. भीड़ ज्यादा होने की वजह से कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी. लोग नीचे गिरे लोगों को कुचलकर आगे बढ़ रहे थे. 

नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन भगदड़ में अब तक क्‍या हुआ...

  • नई दिल्‍ली के प्‍लेटफॉर्म नंबर  16, 15 और 14 पर शनिवार रात हुए हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है.
  • शनिवार की शाम से नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर हर घंटे 1,500 सामान्य टिकट बेचे जा रहे थे, जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई और स्थिति बेकाबू हो गई. 
  • प्लेटफार्म नंबर 14 और प्लेटफार्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मची थी, ऐसे हालात क्‍यों बने? इसकी जांच हो रही है.
  • नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे की जांच करने और घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.
  • हादसे के प्रत्‍यक्षदर्शियों ने बताया कि एकाएक इतनी भीड़ आ गई कि उसे नियंत्रित करना नामुमकिन हो गया. 

बलराम ने बताया कि हमें लगा कि अगर भीड़ में दबे लोगों को नहीं निकाला गया तो ज्यादा लोगों को मौत हो जाएगी. हमने भीड़ में फंसे और दबे लोगों को निकालने की कोशिश भी की और कई लोगों को बाहर भी निकाला. मैंने खुद कई लाशों को गाड़ी पर लोड किया है, रात में स्थिति ऐसी थी कि मैं वो सोचकर खाना तक नहीं खा पा रहा हूं. बलराम ने बताया कि घटना रात पौने दस बजे तक की घटना है. भीड़ भयंकर थी. महाकुंभ की वजह से इतनी भीड़ थी. स्पेशल ट्रेन का अनाउंसमेंट हुआ था. कहा गया था कि 14 नंबर प्लेटफॉर्म पर स्पेशल ट्रेन लगाई जा रही है. लेकिन काफी बड़ी संख्या में यात्री 13 नंबर प्लेटफॉर्म पर ही थे. अनाउंसमेंट होने के बाद यात्री यहां से वहां भागने लगे. इसी दौरान ये हादसा हुआ है.