किसी लड़की के प्यार में किसी आशिक के फर्श से अर्श या अर्श से फर्श तक पहुंचने की हजारों की कहानियां आपने जरूर सुनी होंगी. आज हम जो कहानी आपको बताने जा रहे हैं वो भी कुछ ऐसी ही है. जो शुरू तो हुई थी मेडिकल की पढ़ाई से लेकिन जाकर खत्म हुई एक कुख्यात और पेशेवर अपराधी के तौर पर. ये कहानी शुरू होती है उस स्कूल के उन दिनों से जब अतुल वत्सय नाम के एक छात्र का लक्ष्य था मेडिकल की परीक्षा पास कर डॉक्टर बनना. लेकिन मेडिकल की तैयारी करने के दौरान ही उसकी दोस्ती मेडिकल की ही तैयारी कर रही एक छात्रा से हो गई. जिसे वो अपनी गर्लफ्रेंड मान बैठा. कहा जाता है कि दोनों की दोस्ती इतनी गहरी हो चली थी कि साथ ही पढ़ाई भी करते थे. उन दिनों अतुल को उम्मीद थी कि वह इस बार परीक्षा निकाल लेगा. लेकिन जब परीक्षा का परिणाम आया तो अतुल की वो महिला मित्र तो उस परीक्षा में पास हो गई लेकिन अतुल उस परीक्षा में पास ना हो सका.
अतुल को जानने वाले बताते हैं कि अपनी दोस्त की सफलता और अपनी विफलता को अतुल पचा ना सका और बौखलाहट में आकर उसने एक कोचिंग में पढ़ाना शुरू कर दिया. इसी कोचिंग में उसकी दोस्ती एक और लड़की से हुई. आरोप है कि इस लड़की ने आगे चलकर अतुल पर यौन शोषण का आरोप भी लगाया. और इसी तरह अतुल की एंट्री हुई क्राइम की दुनिया में. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये अतुल हैं कौन जिसकी ये कहानी हम आपको इतने विस्तार से बता रहे हैं. तो चलिए अब हम आपको बताते हैं कि आखिर एकाएक चर्चाओं में आया ये अतुल वत्सय है कौन.
बिहार पुलिस के अनुसार अतुल वत्सय NEET पेपर लीक मामले के प्रमुख आरोपियों में से एक है. अतुल बिहार में सॉल्वर गिरोह के लिए काम करता था. अब पुलिस इसकी तलाश में है. पुलिस का मानना है कि अतुल ने अपने एक अन्य साथी जिसका नाम अंशुल सिंह है के साथ मिलकर बिहार में NEET पेपर लीक मामले में बड़ी भूमिका निभाई है.
पुलिस की जांच में पता चला है अतुल वत्सय और अंशुल सिंह की सह पर ही अन्य आरोपियों जिनमें अमित आनंद और नीतीश कुमार शामिल हैं, ने बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटर के तौर पर काम किया करते थे. इनका काम अलग-अलग अभ्यार्थियों से पैसे वसूल कर उन्हें संबंधित परीक्षा में पास कराने का होता था. पुलिस को पता चला है कि अतुल वत्सय पिछले कई महीनों से महाराष्ट्र में कहीं छिपा हुआ है. उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.