NEET Paper Leak: नीट पेपर परीक्षा को लेकर देश भर में माहौल गर्म है. पेपर लीक होने और ज्यादा नंबर देने के आरोपों के बीच राजनीति आरोप-प्रत्यारोप भी जोरों पर हैं. बिहार इन दिनों मॉक युद्ध का अखाड़ा बना हुआ है. बिहार के चार लोगों का कहना है कि एग्जाम से 24 घंटे पहले यानी 4 मई को ही पेपर लीक (NEET Exam) हो गया था. इन चारों की पहचान NEET अभ्यर्थी अनुराग यादव, उनके फूफा सिकंदर यादवेंदु और दो अन्य नीतीश कुमार और अमित आनंद के रूप में हुई है. अनुराग यादव का कहना है कि उनके फूफा ने उन्हें एक दिन पहले ही लीक हुआ पेपर दे दिया था. एग्जाम में हू-ब-हू वही प्रश्न आए थे.
वहीं फूफा ने पुलिस को बताया कि नीतीश कुमार और आनंद ने पेपर के बदले उनको 32 लाख रुपए देने का ऑफर दिया था. इस एग्जाम को पास करने से उनका डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो सकता था. फिलहाल बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा सभी से पूछताछ कर रही है. वहीं इन दावों के बाद बीजेपी और आरजेडी के बीच खींचतान शुरू हो गई है. दोनों के बीच झगड़े की वजह आरोपियों का हर पक्ष के साथ कनेक्शन होना है. सिकंदर यादवेंदु भी इसमें शामिल हैं. अधिकारियों का मानना है कि वही पेपर लीक के मास्टरमाइंड हैं.
RJD पर बिहार के डिप्टी सीएम का बड़ा आरोप
बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने दावा किया है कि सिकंदर यादवेंदु आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम यादव के रिश्तेदार हैं. उनके दावे ने उन रिपोर्ट्स को रेड फ्लैग दे दिया है, जिनमें कहा गया है कि सिकंदर NHAI या भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के स्वामित्व वाले एक गेस्टहाउस में रह रहे थे, जो केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय को रिपोर्ट करता है.
RJD का बीजेपी पर पलटवार
इस बीच आरजेडी ने बीजेपी और जेडीयू पर अन्य आरोपियों के साथ संबंध होने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मोदी सरकार 30 लाख छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. बता दे ंकि NEET पेपर लीक होने के आरोपों के बीच पिछले हफ्ते एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि पेपर देने वाले 1,563 लोगों को दिए गए ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए जाएंगे. उनके पास ऑप्शन है कि या तो वे अपने पुराने स्कोर को रख सकते हैं या 23 जून को दोबारा एग्जाम दे सकते हैं.
NEET विवाद बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. वहीं बीजेपी के सामने इससे निपटने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.
क्या है NEET एग्जाम विवाद?
बता दें कि इस साल नीट एग्जाम में बड़ी संख्या में टॉपर हुए हैं, जो कि हैरान करने वाला है. 100 प्रतिशत नंबर यानी 720 में से 720 अंक प्राप्त करने के बाद चिंता पैदा हो गईं. छात्रों समेत तमाम लोगों ने इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की हैं, जिन पर सुनवाई चल रही है. अदालत ने एनटीए को फटकार लगाते हुए कहा कि, ''अगर किसी की तरफ से भी लापरवाही की कोई भी संभावना है, तो इससे निपटा जाना चाहिए. इसके साथ ही एजेंसी को भी चेतावनी दी गई है. बता दे कि 5 मई को हुई 24 लाख छात्रों ने NEET एग्जाम दिया था.
NEET विवाद बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. वहीं बीजेपी के सामने इससे निपटने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा, मल्लिकार्जुन खड़गे, और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेर्दी और तृणमूल कांग्रेस के साकेत गोखले सभी ने इसे लेकर बीजेपी पर हमला बोला है.