- राहुल गांधी मंगलवार को मानहानि के मामले में लखनऊ की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए. जज ने जमानत याचिका स्वीकार करके उन्हें रिहा कर दिया.
- सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर में राहुल गांधी के साथ सेल्फी ले रहे शख्स को जज बताया जा रहा लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और है.
- राहुल को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सेना के खिलाफ कथित अपमानजनक बयान देने के आरोप में कोर्ट ने तलब किया. उन पर मानहानि का आरोप है.
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी मंगलवार को मानहानि के एक मामले में लखनऊ की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए. इस दौरान कोर्ट ने राहुल को हिरासत में लेने का निर्देश दिया लेकिन जमानत याचिका स्वीकार करने के बाद रिहा कर दिया. कोर्ट में राहुल गांधी की पेशी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि जज खुद राहुल गांधी के फैन हो गए और सेल्फी ली. फैक्ट चेक में इसकी सच्चाई कुछ और ही निकली.
मानहानि के मामले में राहुल गांधी की पेशी
राहुल गांधी अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान भारतीय सैनिकों के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी से संबंधित मामले में सुनवाई के लिए लखनऊ कोर्ट पहुंचे थे. विशेष अदालत ने मानहानि के इस मामले में आरोपी के रूप में उन्हें तलब किया था. राहुल गांधी जब कोर्ट रूम में पेश हुए तो वहां वकीलों की भीड़ लग गई. कई वकील राहुल की फोटो खींचने लगे. कइयों ने वीडियो भी बनाई, जो सोशल मीडिया पर तैर रही हैं.
सोशल मीडिया पर राहुल की सेल्फी वायरल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका गुप्ता ने ऐसी ही एक पोस्ट डाली है. इस पोस्ट में राहुल गांधी की तस्वीर दिखाकर लिखा गया है कि - "आज लखनऊ कोर्ट में जज साहब भी हमारे नेता राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेते हुए!". इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है.
जिसे जज बताया जा रहा, उसका सच कुछ और है
जब इस वायरल पोस्ट की सच्चाई की तहकीकात की गई तो कुछ और ही माजरा सामने आया. इस मामले की सुनवाई स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट के जज आलोक वर्मा की कोर्ट में हुई थी. खोजबीन से पता चला कि तस्वीर में काला कोट और वाइट नेकबैंड पहने दिख रहे जिस शख्स को जज बताया जा रहा है, वो जज नहीं हैं. ये ड्रेस वकीलों की होती है.
सेल्फी लेने वाले शख्स की खोजबीन की गई तो पता लगा कि वह जज नहीं बल्कि वकील हैं. उनका नाम सैयद महमूद हसन है. वह बाराबंकी जिले के रहने वाले हैं. साल 2006 से लखनऊ की जिला अदालत में वकालत कर रहे हैं. वकील सैयद महमूद हसन दो बार बार एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन जीत नसीब नहीं हुई. उन्होंने बताया कि उन्हें राहुल गांधी एक नेता के तौर पर अच्छे लगते हैं.
जब वायरल फोटो को लेकर सैयद महमूद हसन से पूछा गया कि क्या कोर्ट रूम के अंदर सेल्फी लेना जायज़ है? इस सवाल के जवाब में हसन ने कहा कि उस वक्त कई सारे वकील सेल्फी ले रहे थे तो मैंने भी ले ली. अब जायज़ है या नहीं, ये मैं नहीं बता सकता.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिए बयान पर तलब
बता दें कि लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने सीमा सड़क संगठन के रिटायर्ड डायरेक्टर उदय शंकर श्रीवास्तव की शिकायत पर गांधी को आरोपी के रूप में तलब किया था. श्रीवास्तव ने शिकायत में आरोप लगाया है कि 16 दिसंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मीडियाकर्मियों और जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने नौ दिसंबर (2022) को अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई झड़प का जिक्र किया था और भारतीय सेना के बारे में ऐसा बयान दिया था, जिससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं.