- एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच की प्रगति संसद की स्थाई समिति को बताई.
- ब्लैक बॉक्स पूरी तरह सुरक्षित बरामद हुआ और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड की तकनीकी मदद से उसका डेटा डिकोड किया गया.
- विमान के मलबे को उसके मूल उपकरण निर्माताओं को भेजा जा रहा है ताकि जांच की जा सके कि कोई पुर्जा पहले से दोषपूर्ण तो नहीं था.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Civil Aviation Ministry) की एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB) ने संसद की ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म और संस्कृति से जुड़ी स्थाई समिति को अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच की अब तक की प्रगति से अवगत कराया है. एनडीटीवी को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, समिति के सामने कई महत्वपूर्ण तथ्य पेश किए गए हैं, जो भारतीय विमानन इतिहास में पहली बार इतने विस्तार से किसी हादसे की जांच को दर्शाते हैं.
बैठक में AAIB के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ब्लैक बॉक्स पूरी तरह सुरक्षित हालत में बरामद हुआ. उसकी जानकारी को अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की तकनीकी मदद से डिकोड किया गया. खास बात यह रही कि सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए दोनों ब्लैक बॉक्स को अलग-अलग विमानों से भेजा गया, जिससे डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
OEMs को भेजा जा रहा मलबा
तकनीकी जानकारी के हर अंश को एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के साथ हुए संवाद से मिलाया जा रहा है ताकि यह तय किया जा सके कि विमान के सिस्टम में कोई तकनीकी खराबी तो नहीं थी. इसके अलावा एयरक्राफ्ट के मलबे को उसके मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) को भेजा जा रहा है, ताकि यह जांचा जा सके कि कोई पुर्ज़ा पहले से दोषपूर्ण (डिफेक्टिव) तो नहीं था.
बैठक के दौरान DGCA, AAI, एयर इंडिया, इंडिगो और पवन हंस लिमिटेड के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने एयर सेफ्टी को बेहतर बनाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी. DGCA ने विस्तृत प्रजेंटेशन में देश में हवाई यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए लागू किए गए नए उपायों की जानकारी साझा की, जबकि AAI ने एयरपोर्ट सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम गिनाए.
'DGCA को जिम्मेदारी, CRS को क्यों नहीं'
संसदीय समिति की इस अहम बैठक में एक सांसद ने यह मुद्दा भी उठाया कि रेलवे सुरक्षा आयोग (CRS) रेल सुरक्षा को देखता है, लेकिन वह प्रशासनिक रूप से नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत क्यों आता है, जबकि DGCA को ही हवाई सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी दी गई है.
अगले 48 घंटों में पब्लिक होगी रिपोर्ट
अब सबकी नजर AAIB की प्राथमिक रिपोर्ट पर है, जिसे विमान हादसे के 30 दिन के भीतर, यानी अगले 48 घंटों में सार्वजनिक किया जाएगा. यह रिपोर्ट AAIB की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी और इसे 'कनक्लूसिव' बताया गया है, यानी इसे किसी निष्कर्ष के बिना नहीं छोड़ा जाएगा.