- NDA ने सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है
- नामांकन पत्र चार सेटों में दाखिल किए गए जिनमें प्रत्येक पर बीस प्रस्तावकों और बीस अनुमोदकों के हस्ताक्षर थे
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य प्रस्तावक के रूप में नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किया
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने बुधवार को नामांकन दाखिल कर दिया. नामांकन चार सेटों में दाखिल किया गया, जिनमें से प्रत्येक पर 20 प्रस्तावकों और 20 अनुमोदकों के हस्ताक्षर हैं. पहले सेट पर मुख्य प्रस्तावक के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हस्ताक्षर किए, जबकि बाकी सेटों में केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ एनडीए नेताओं के नाम शामिल हैं.
नामांकन से पहले ‘प्रेरणा स्थल' पर पहुंचे सी.पी. राधाकृष्णन
नामांकन दाखिल करने से पहले सी.पी. राधाकृष्णन ‘प्रेरणा स्थल' पहुंचे और श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस मौके पर भाजपा और एनडीए के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. नामांकन के दौरान एनडीए ने अपनी एकजुटता का भी प्रदर्शन किया.
NDA के 160 सदस्य रहे मौजूद
संसद भवन में नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान मंत्रियों और सांसदों सहित एनडीए के लगभग 160 सदस्य उपस्थित थे. सीपी राधाकृष्णन को नामित करने का निर्णय केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर आयोजित एनडीए के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया.
छात्र राजनीति से राजनीति में हुई एंट्री
सी.पी. राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पुन्नूसामी राधाकृष्णन है. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र आंदोलनों से की थी. राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाते हुए वह जल्द ही भाजपा में शामिल हुई.
राधाकृष्णन तमिलनाडु की राजनीति का जाना-पहचाना चेहरा हैं.
- सी.पी. राधाकृष्णन कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं.
- जुलाई 2024 में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया.
- अपने सादगीपूर्ण जीवन और जनसेवा के लिए समर्पण के कारण वह भाजपा संगठन में खास पहचान रखते हैं
एनडीए की क्या है रणनीति
एनडीए ने राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है. दक्षिण भारत से आने वाले और अपेक्षाकृत साफ-सुथरी छवि वाले नेता के रूप में उनकी उम्मीदवारी एनडीए के लिए संतुलन और व्यापक स्वीकृति की कोशिश मानी जा रही है.
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेतृत्व ने उनके नामांकन में सक्रिय भागीदारी दिखाकर यह संकेत दिया कि पार्टी और गठबंधन दोनों इस चुनाव को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं.
ये भी पढ़ें-: महाराष्ट्र चुनाव पर अपने डाटा के लिए CSDS वाले संजय कुमार ने मांगी माफी, BJP ने ऐसे बोला हमला