'ट्विटर पर पोर्नोग्राफिक सामग्री’ का मामला, एक्शन नहीं लेने पर NCPCR ने दिल्ली पुलिस के अधिकारी को किया तलब

आयोग ने डीसीपी (साइबर प्रकोष्ठ) अन्येश रॉय को लिखे पत्र में कहा है कि वह 29 जून को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एनसीपीसीआर के समक्ष उपस्थित हों और कार्रवाई रिपोर्ट भी साझा करें.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने ट्विटर पर बाल यौन उत्पीड़न और पोर्नोग्राफी से सबंधित सामग्री की कथित तौर पर उपलब्धता के मामले में अपने पहले के निर्देश पर अमल नहीं होने पर दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को तलब किया है. साइबर सेल के डीसीपी को 29 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश होने और कार्रवाई रिपोर्ट भी साझा करने के लिए कहा गया है. 

इससे पहले, पैनल ने कहा था कि यदि दिल्ली पुलिस तीन दिन के भीतर एक्शन रिपोर्ट देने में नाकाम रहती है तो उसके खिलाफ समन जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. 

हालांकि, आयोग का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने 26 मई के बाद से कोई कार्रवाई नहीं की है इसलिए समन जारी किया गया है. इससे पहले, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर पैनल को गुमराह करने के लिए ट्विटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी. 

Advertisement

आयोग ने उस वक्त कहा था कि ट्विटर पर चाइल्ड पोर्न और डार्क वेब के कई लिंक उपलब्ध होने की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एनसीपीसीआर ने ट्विटर के अधिकारियों को तलब किया गया है. 

हालांकि, ट्विटर ने अपने जवाब में कहा था कि ट्विटर इंडिया और ट्विटर इंक दो अलग-अलग निकाय हैं और वेबसाइट के कंटेट पर कोई कंट्रोल नहीं है. हालांकि, आगे की जांच में यह पाया गया कि ट्विटर इंक के पास ट्विटर इंडिया के 99 प्रतिशत शेयर हैं. यह पता चलने के बाद आयोग ने दिल्ली पुलिस को आयोग को गुमराह करने के लिए ट्विटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा था. 

Advertisement

यही नहीं आयोग ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को भी चिट्ठी लिखकर कहा था कि जब तक ट्विटर भारत सरकार को बच्चों के यौन उत्पीड़न की शिकायतों को उजागर करना शुरू नहीं कर देता, तब तक वेबसाइट पर बच्चों की पहुंच को रोकें.

Advertisement

समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, आयोग ने डीसीपी (साइबर प्रकोष्ठ) अन्येश रॉय को लिखे पत्र में कहा है कि वह 29 जून को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एनसीपीसीआर के समक्ष उपस्थित हों और कार्रवाई रिपोर्ट भी साझा करें.

Advertisement

एनसीपीसीआर का कहना है कि उसने अपने अध्ययन में पाया था कि ट्विटर पर बाल यौन उत्पीड़न और पोर्नोग्राफी से सबंधित सामग्री उपलब्ध हैं, जो बच्चों की पहुंच में है. इसके बाद उसने दिल्ली पुलिस आयुक्त को 29 मई को पत्र लिखकर ट्विटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा था. 

उसने आठ जून को एक रिमाइंडर भी दिल्ली पुलिस के पास भेजा था, लेकिन अब भी उसे कार्रवाई रिपोर्ट का इंतजार है. आयोग के मुताबिक, पुलिस आयुक्त के कार्यालय की तरफ से बताया गया है कि इस मामले को रॉय के पास भेजा गया था और ऐसे में उन्हें तलब किया गया है. 

Featured Video Of The Day
Top Headlines April 29: Tahawwur Hussain Rana | Pahalgam Terror Attack | Bhopal | Weather News
Topics mentioned in this article