पंजाब कांग्रेस के मुखिया नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 'पाखंडी' कहकर पुकारा, और उन्हें अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले बहस की चुनौती भी दी.
तल्ख शब्दों में किए गए Koo पोस्ट में नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लेते हुए उन पर अकाली दल के बादलों से मिलीभगत का आरोप लगाया, और हाल ही में वापस लिए गए विवादित कृषि कानूनों को लेकर भी निशाना साधा.
सिद्धू ने लिखा, "अरविंद केजरीवाल, भगवंत (मान) मुख्यमंत्री नहीं है, जो बादलों के दागी विधायक दीप मल्होत्रा के साथ शराब माफिया चला रहा है... वह (भगवंत मान) नहीं था, जिसने काले कृषि कानूनों को दिल्ली में अधिसूचित किया था... दिल्ली एयरपोर्ट के कमाऊ रूटों पर बादलों की बसों को कौन अनुमति दे रहा है...? आकर मुझसे बहस करो, पाखंडी..."
Koo Appਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ, ਭਗਵੰਤ ਉਹ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨਹੀਂ ਹੈ ਜੋ ਬਾਦਲਾਂ ਦੇ ਦਾਗੀ ਵਿਧਾਇਕ ਦੀਪ ਮਲਹੋਤਰਾ ਨਾਲ ਮਿਲ ਕੇ ਸ਼ਰਾਬ ਮਾਫੀਆ ਚਲਾ ਰਿਹਾ ਹੈ... ਨਾ ਹੀ ਦਿੱਲੀ ਵਿੱਚ ਕਾਲੇ ਖੇਤੀ ਕਾਨੂੰਨ ਉਸ ਵੱਲੋਂ ਨੋਟੀਫਾਈ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ !! ਦਿੱਲੀ ਹਵਾਈ ਅੱਡੇ ਨੂੰ ਜਾਂਦੇ ਲਾਹੇਵੰਦ ਸੜਕੀ ਮਾਰਗ ਉੱਪਰ ਬਾਦਲਾਂ ਦੀਆਂ ਬੱਸਾਂ ਚੱਲਣ ਦੀ ਇਜ਼ਾਜਤ ਕੌਣ ਦੇ ਰਿਹਾ ਹੈ ? ਆਓ ਸ੍ਰੀਮਾਨ ਪਾਖੰਡੀ ਜੀ ਮੇਰੇ ਨਾਲ ਬਹਿਸ ਕਰੋ !! - Navjot Singh Sidhu (@navjotsinghsidhu) 20 Dec 2021
Koo AppArvind Kejriwal, Bhagwant is not the CM who is running Liquor Mafia with Badals Blacklisted MLA Deep Malhotra … He was not the one who notified Black Farm Law in Delhi !! Who is allowing Badals buses on the lucrative routes to Delhi Airport ? Come debate with me masquerader !!- Navjot Singh Sidhu (@navjotsinghsidhu) 20 Dec 2021
माना जाता रहा है कि एक वक्त में नवजोत सिंह सिद्धू और अरविंज केजरीवाल के बीच यह चर्चा भी हुई थी कि सिद्धू उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन अब पिछले कुछ हफ्तों से वे एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेल रहे हैं.
सत्तासीन कांग्रेस, जो पिछले एक साल से अंदरूनी लड़ाइयों से जूझ रही है, के लिए पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी मज़बूत चुनौती के रूप में उभरकर सामने आई है. अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी के प्रचार को गति देने के लिए लगातार पंजाब की यात्राएं करते रहे हैं, और हर दौरे में उन्होंने कांग्रेस की सरकार और नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा है. पिछले सप्ताह उन्होंने कांग्रेस की राज्य सरकार को सूबे के इतिहास में 'सबसे भ्रष्ट और दोगली' सरकार करार दिया था.
शनिवार को सिद्धू ने केजरीवाल को 'राजनैतिक यात्री' और 'झूठा' करार दिया था, जो राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से ऐन पहले 'झूठे वादों' के साथ हाज़िर हुआ है. एक जनसभा में नवजोत सिंह सिद्धू ने केजरीवाल को बेरोज़गारी पर बहस की चुनौती दी थी, और दावा किया था कि उन्होंने दिल्ली में आठ लाख नौकरियों का वादा किया था, और सिर्फ 440 नौकरियां दीं.
उन्होंने कहा था, "पंजाब में किसी भी जगह आइए, और (मेरे साथ) बैठिए... भले ही मुझे दिल्ली बुला लीजिए... आप ही के घर पर बैठेंगे, और TV चैनलों को भी बुला लेंगे... अगर सिद्धू हार जाता है, तो (मैं) राजनीति छोड़ दूंगा..."
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली में शराब का निजीकरण करने का आरोप लगाया, और प्रत्येक महिला को 1,000 रुपये प्रतिमाह दिए जाने के वादे पर भी सवाल खड़े करते हुए पूछा कि क्या वह यही काम दिल्ली में कर रहे हैं, जहां वह सरकार के मुखिया हैं.
सिद्धू ने इस आरोप पर भी केजरीवाल को आड़े हाथ लिया कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने 20,000 करोड़ रुपये का गैरकानूनी रेत खनन घोटाला किया है. उन्होंने कहा, "कोई भी राज्य दिखाइए, जो रेत खनन से 3,000 करोड़ से ज़्यादा पैदा करती है... मैं आपको जानकारी देता हूं, केजरीवाल... आप पंजाब के बारे में कुछ भी नहीं जानते... आप राजनैतिक यात्री हैं, और झूठे हैं, जो साढ़े चार साल बाद यहां झूठे वादे लेकर आया है... पिछले साढ़े चार साल तक आप यहां क्यों नहीं आए..."
इससे पहले भी, नवजोत सिंह सिद्धू ने 'फ्रॉड' शब्द का इस्तेमाल किया था और टिप्पणी की थी कि गिरगिट भी उतने रंग नहीं बदल सकती, जितने रंग AAP के नेता बदलते हैं.