इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर फंसा बोइंग का स्टारलाइनर धरती पर लौटने वाला है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरुवार को उसकी वापसी की तारीख बताई. नासा के मुताबिक स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट छह सितंबर को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस)से बाहर निकल सकता है. अंतरिक्ष एजेंसी का कहना है कि अगर कोई मौसम से जुड़ी परेशानी सामने नहीं आई या कोई तकनीकी दिक्कत नहीं आई तो स्टारलाइनर वहां से वापसी की उड़ान शुरू कर सकता है.स्टारलाइनर भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री आईएसएस गया था.लेकिन स्टारलाइनर इन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर वापस नहीं आएगा.
अंतरिक्ष स्टेशन कब छोड़ेगा स्टारलाइनर
अगर सबकुछ नासा की योजना के मुताबिक हुआ तो स्टारलाइनर कैप्सूल, अमेरिकी समय के मुताबिक 6 सितंबर की शाम आईएसएस के डॉक से बाहर आ जाएगा. वह करीब 6 घंटे का सफर करके न्यू मैक्सिको के वाइट सैंड्स स्पेस हार्बर में लैंड करने की कोशिश करेगा. ये सभी जानकारियां नासा ने अपने एक ब्लॉग पोस्ट में दी हैं. नासा ने इससे पहले 22 अगस्त को जानकारी दी थी स्टारलाइनर बिना अंतरिक्ष यात्रियों के ही वापस आएगा.
स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर को लेकर पांच जून को आईएसएस की ओर रवाना हुआ था. यह बोइंग का पहला मानव मिशन था. लॉन्च के अगले दिन स्टारलाइनर कैप्सूल ने सफलतापूर्वक आईएसएस पर डॉक किया था. लेकिन उसकी परेशानियां भी उसी के साथ शुरू हो गई थीं. स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट का मिशन आठ दिन का था. लेकिन वह अभी भी आईएसएस पर फंसा हुआ है.इस स्पेसक्राफ्ट में हीलियम लीक हुआ.विलियम्स और विल्मोर आईएसएस पर मौजूद हैं.वे वहां पर स्टेशन शोध, रखरखाव और स्टारलाइनर सिस्टम के परीक्षण और डेटा विश्लेषण के काम में लगे हुए हैं.
बोइंग को मिला है कितने का कॉन्ट्रैक्ट
अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पर ले जाने से पहले स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट ने दो मानव रहित टेस्ट अभियान पूरे किए थे.
नासा ने अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाने और वापस लाने के लिए बोइंग और स्पेस एक्स को कमर्शियल फ्लाइट के लिए अरबों डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया है.बोइंग को 4.2 अरब डॉलर और दुनिया के सबसे अमीर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को 2.6 अरब डॉलर का कांट्रैक्ट मिला है.
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