मणिपुर में मुख्यमंत्री (Manipur Chief Minister N. Biren Singh) पद को लेकर असमंजस खत्म हो गया है. बीजेपी (BJP) का कहना है कि एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे, जो अभी तक जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड औऱ उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. यूपी में योगी आदित्यनाथ का नाम शुरुआत से ही तय माना जा रहा था, लेकिन अन्य राज्यों में मुख्यमंत्री पद को लेकर तगड़ी दावेदारी देखी गई है. उत्तराखंड में निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हार जाने से भी सस्पेंस बना हुआ है, वहीं गोवा (Goa) में प्रमोद सावंत का दोबारा सीएम बनना अब तय माना जा रहा है. मणिपुर में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के दस दिन बाद ये फैसला लिया गया है. राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए बिस्वजीत सिंह और वाई खेमचंद भी दावेदारी में बताए जा रहे थे.
निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि विधायक दल की बैठक में एन. बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से नेता चुना गया. यह अच्छा निर्णय़ था. बीरेन सिंह मणिपुर में स्थायी और उत्तरदायित्व वाली सरकार सुनिश्चित करेंगे. मोदी सरकार पूर्वोत्तर के राज्यों पर विशेष ध्यान दे रही है.
मणिपुर में विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को हुआ था. बीजेपी को राज्य में 32 सीटों पर जीत मिली है. उसे 11 सीटों का फायदा हुआ है और वो अपने बलबूते सरकार बनाने की स्थिति में है. एनपीपी ने सात सीटें जीती हैं, जबकि पिछली बार चार सीटें ही उसे मिली थीं. मणिपुर में विधायक दल की बैठक में बीरेन सिंह को नेता चुने जाने का फैसला हुआ. इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद थे. संबित पात्रा और भूपेंद्र यादव भी बैठक में उपस्थित थे. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी, नगा पीपुल्स फ्रंट, लोक जनशक्ति पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी. कांग्रेस को मणिपुर में भी तगड़ा झटका लगा है.
यूपी में बीजेपी की विधायक दल की बैठक 24 मार्च को होने की संभावना है, जिसमें योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना जाना तय है. योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को दोबारा सीएम पद की शपथ लेंगे. शपथग्रहण समारोह लखनऊ के इकाना स्टेडियम में होना है, जिसमें 75 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है.