दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में कुल 28 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है मैसूर संसदीय सीट, यानी Mysore Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1896333 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी प्रताप सिम्हा को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 688974 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में प्रताप सिम्हा को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 36.33 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 52.27 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर INC प्रत्याशी सी.एच. विजयाशंकर दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 550327 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 29.02 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 41.75 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 138647 रहा था.
इससे पहले, मैसूर लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1723134 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी प्रताप सिन्हा ने कुल 503908 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 29.25 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 43.45 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे INC पार्टी के उम्मीदवार अडागोरु एच विश्वनाथ, जिन्हें 472300 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 27.41 प्रतिशत था और कुल वोटों का 40.73 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 31608 रहा था.
उससे भी पहले, कर्नाटक राज्य की मैसूर संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1653991 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से INC उम्मीदवार अदागुर एच विश्वनाथ ने 354810 वोट पाकर जीत हासिल की थी. अदागुर एच विश्वनाथ को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 21.45 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 36.43 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BJP पार्टी के उम्मीदवार सीएच विजयशंकर रहे थे, जिन्हें 347119 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 20.99 प्रतिशत था और कुल वोटों का 35.64 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 7691 रहा था.