पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने मंगलवार को लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. सुप्रियो ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. हाल ही में बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी का साथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था. लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद सुप्रियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार प्रकट करते हुए कहा कि दिल अभी भारी है. साथ ही उन्होंने कहा कि आसनसोल सीट से लड़ने बारे में फैसला दीदी (ममता बैनर्जी) करेंगी.
ओम बिरला से मुलाकात कर इस्तीफा देने के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा, "आज मेरा दिल भारी है क्योंकि मैंने अपना राजनीतिक सफर बीजेपी के साथ शुरू किया था. पीएम मोदी और अमित शाह का आभार प्रकट करता हूं. राजनाथ सिंह ने मुझ पर भरोसा किया. मुझे मन से लगा कि इस पार्टी का हिस्सा अब नहीं हूं इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया. दिल की बात सुनकर फैसला लिया."
तृणमूल कांग्रेस नेता ने बताया कि दीदी ने कहा कि आपने अच्छा काम किया. दूसरी बार काम करके जीते हैं. जहां दिल नहीं है वहां नही रहना चाहता. आसनसोल मेरे लिये विशेष रहेगा. अगली बार आसनसोल से लड़ने के बारे में फैसला दीदी करेंगी. हमने बस बंगाल के लिये काम करने का फैसला किया है.
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी में कई नेता बाहर से आये हैं. शुभेंदु अधिकारी कुछ महीने पहले टीएमसी में थे. उनके भाई और पिता टीएमसी के एमपी से इस्तीफा दें. उनको नैतिक तौर पर टीएमसी से सांसद बने रहना शोभा नहीं देता है.
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