शिवसेना की स्थापना के 56 साल बाद पहली बार मुंबई में बुधवार को पार्टी के दो प्रतिद्वंद्वी धड़ों के नेतृत्व में दो दशहरा रैलियां आयोजित की जा रही हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के कुछ विधायकों के जून में बगावत करने के बाद राज्य में उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी, तभी से दल दो धड़ों में बंटा हुआ है.
मुंबई में आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में ये दो रैलियां आयोजित की जा रही हैं, जिसके चलते शहर की पुलिस ने शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं.
सूत्रों ने बताया कि पांच हजार से अधिक बसें, कई छोटे पर्यटक वाहन, कार और एक विशेष ट्रेन दोनों प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुटों के समर्थकों को उनकी दशहरा रैलियों में ले जाने के लिए लगाई गई हैं.
राज्य में सरकार बदलने के बाद इसे दोनों खेमों के शक्ति प्रदर्शन करने के तौर पर देखा जा रहा है. ठाकरे और एकनाथ शिंदे के क्रमश: शिवाजी पार्क और एमएमआरडीए मैदान में अलग-अलग रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है.
दोनों खेमों ने दावा किया कि वे दिवंगत बाल ठाकरे के आदर्शों को आगे बढ़ा रहे हैं. बाल ठाकरे शिवाजी पार्क में दशहरा रैलियों में उग्र भाषण देने के लिए पहचाने जाते थे. 2012 में उनके निधन के बाद से उनके बेटे उद्धव ठाकरे इस वार्षिक रैली को संबोधित करते आए हैं.
शिवाजी पार्क में दशहरा रैली कोविड-19 वैश्विक महामारी से जुड़ी पाबंदियों के कारण दो साल बाद आयोजित की जा रही है.
दोनों खेमों का दावा है कि उनकी रैली सफल होगी. उनके नेताओं ने मंगलवार को तैयारियों का जायजा भी लिया.
रैलियों के मद्देनजर कई सड़क मार्ग बंद किए गए हैं या वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग में परिवर्तन किया गया है.
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रैलियों और बुधवार को देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन समारोह के मद्देनजर 3,200 अधिकारी, 15,200 पुलिसकर्मी, राज्य रिजर्व पुलिस बल के 1,500 कर्मी, होमगार्ड के 1,000 जवान, 20 त्वरित कार्रवाई दल तथा 15 बम रोधी दस्ते तैनात किए गए हैं.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दशहरा रैली के लिए मध्य महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर से शिंदे नीत धड़े ने एक ट्रेन ‘बुक' की है, जो बुधवार दोपहर मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचेगी. शिंदे गुट ने कम से कम तीन हजार निजी बसें, करीब चार हजार पर्यटक ‘कैब' का इंतजाम भी किया है.
ठाकरे गुट ने रैली में भाग लेने वालों को शिवाजी पार्क लाने के लिए 700 बसें ‘बुक' की हैं.
मुंबई यातायात पुलिस ने दशहरा रैलियों के लिए शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला परिसर में पार्किंग के लिए आवश्यक व्यवस्था भी की है.