मुंबई और नागपुर के बीच दूरी अब महज 7-8 घंटे की रह गई है. इसे जोड़ने वाली सुरंग खोल दी गई है. ये किसी सड़क पर महाराष्ट्र की सबसे लंबी सुरंग है, जबकि देश की सबसे चौड़ी सुरंग.इसी के साथ बाला साहेब ठाकरे समृद्धि महामार्ग का 701 किलोमीटर लंबा नेटवर्क लगभग तैयार हो चुका है.ये महाराष्ट्र की तरक्की का रोडमैप है.
हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे समृद्धि महामार्ग सिर्फ रोड नहीं है, ये महाराष्ट्र का इंजीनियरिंग मार्वल है. जितनी टेक्नोलॉजी इसमें इस्तेमाल हुई है, वो शायद भारत के किसी भी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में देखने को नहीं मिलेगी. कसारा घाट में बनी ये ड्यूल टनल न सिर्फ महाराष्ट्र की सबसे लंबी है, बल्कि भारत की सबसे चौड़ी रोड टनलों में से एक भी है.
समृद्धि महामार्ग क्यों खास
- महामार्ग की कुल लंबाई 701 किलोमीटर है
- सुरंग की लंबाई 7.8 किमी है
- अधिकतम गति कार के लिए 120 किमी/घंटा
- भारी वाहन के लिए 80 किमी/घंटा है
- समृद्धि महामार्ग पर कुल 33 बड़े पुल, 65 फ्लाईओवर हैं
- 6 सुरंगें, वाइल्ड लाइफ अंडरपास, ओवरपास हैं
- हर 30 किमी पर पेट्रोलिंग, क्रेन और एम्बुलेंस हैं
- ये दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जेएनपीटी पोर्ट से जुड़ेगा
समृद्धि महामार्ग अब सिर्फ नागपुर और मुंबई को ही नहीं जोड़ रहा बल्कि यह महाराष्ट्र के कोने-कोने को विकास की नई दिशा दे रहा है. यह न केवल ट्रैवल टाइम घटाएगा, बल्कि इंडस्ट्रियल, टूरिज़्म और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को भी रफ्तार देगा.