मुंबई में बारिश का कहर: ट्रेनों की धीमी रफ्तार, जगह-जगह जलभराव, अटकी मोनोरेल; देखें वीडियो- तस्‍वीरें

Mumbai Rain: मुंबई में भारी बारिश का कहर देखने को मिला है. भारी बारिश के कारण उपनगरीय रेल सेवाएं ठप हो गईं, सड़कों पर जलभराव हो गया और मोनोरेल ट्रेनों में सैकड़ों यात्री फंस गए.

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Mumbai Rain: मुंबई में पिछले दो दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. भारी बारिश के कारण उपनगरीय रेल सेवाएं ठप हो गईं, सड़कों पर जलभराव हो गया और मोनोरेल ट्रेनों में सैकड़ों यात्री फंस गए. साथ ही जगह-जगह जाम ने कभी न रुकने वाली मुंबई को भी जैसे रोक दिया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई और उपनगरीय इलाकों के लिए ‘रेड अलर्ट' जारी किया था, जिसके चलते स्कूल-कॉलेज बंद रहे. वहीं महाराष्‍ट्र के अन्‍य इलाकों में भी भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अगले 48 घंटों को अहम बताया. बारिश से फसलों और संपत्तियों को भी भारी नुकसान हुआ है. 

1. मोनोरेल हादसा

मंगलवार शाम मुंबई में भारी बारिश के बीच मैसूर कॉलोनी और भक्ति पार्क के बीच दो मोनोरेल ट्रेनें फंस गईं. इनमें 782 यात्री सवार थे, जिन्हें दमकल विभाग और अन्य एजेंसियों ने क्रेन की मदद से सुरक्षित निकाला. बिजली आपूर्ति बाधित होने से एयर कंडीशनर बंद हो गए, जिसके कारण यात्रियों को दम घुटने की शिकायत हुई. मोनोरेल में फंसे यात्रियों में से 15 ने दम घुटने की शिकायत की. एक लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसकी हालत स्थिर है.

Photo Credit: PTI

मोनोरेल के फंसने के बाद कुछ यात्रियों ने खिड़कियां तोड़ने की कोशिश की, क्योंकि ट्रेन में करीब एक घंटे 45 मिनट तक कोई संपर्क नहीं था. मोनोरेल में अचानक भीड़ बढ़ने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई, जिसके कारण एयर कंडीशनर बंद हो गए. इससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. एक यात्री ने बताया कि अंदर न तो बिजली थी और न ही हवा, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया. 

2. रेल सेवाएं प्रभावित

भारी बारिश के कारण सीएसएमटी और ठाणे के बीच मध्य रेलवे की मुख्य लाइन पर सेवाएं आठ घंटे तक स्थगित रहीं. हार्बर लाइन पर सीएसएमटी और मानखुर्द के बीच सेवाएं अब भी बंद हैं. पटरियों पर आठ इंच तक जलभराव दर्ज किया गया. भारी बारिश और नालासोपारा से वसई रोड स्टेशन के बीच जलजमाव के कारण करीब 100 लोकल ट्रेनों को रद्द किया गया है. साथ ही कई ट्रेनों का मार्ग बदलकर चलाया जा रहा है. 

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3. जलभराव, परेशानी 

मुंबई के निचले इलाकों जैसे बोरीवली, अंधेरी, सायन, दादर, और चेंबूर में सड़कों पर पानी भर गया. गांधी बाजार जैसे क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति गंभीर रही. इसके कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर में मंगलवार को लगातार बारिश हुई, जिससे कई घरों में पानी घुस गया और भी दीवारें गिर गईं. साथ ही इसके कारण दोनों जिलों के गांवों का सड़क संपर्क टूट गया. ठाणे शहर में, बारिश के दौरान मलबा गिरने के कारण एक घर क्षतिग्रस्त हो गया और आसपास के घरों में रहने वालों को निकाला गया. 

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4 यातायात जाम

मुंबई में सड़क यातायात भी बेहद महत्‍वपूर्ण है. हालांकि बारिश के कारण जलराव होने के कारण कई जगहों पर यातायात जाम हो गया. इसके कारण कई जगह बेस्ट बसों के मार्ग में परिवर्तन करना पड़ा. साथ ही यातायात जाम की समस्‍या से भी बहुत से लोगों को जूझना पड़ा. भारी बारिश से विमानन क्षेत्र भी प्रभावित हुआ और कम से कम आठ उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया वहीं कई उड़ानों में देरी हुई. 

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5. भारी बारिश के आंकड़े 

सोमवार सुबह से मंगलवार सुबह तक मुंबई में 128.86 मिमी, पूर्वी उपनगरों में 154.37 मिमी, और पश्चिमी उपनगरों में 185.74 मिमी बारिश दर्ज की गई. विक्रोली में सबसे अधिक 255.5 मिमी बारिश हुई. मुंबई सेंट्रल, परेल, ग्रांट रोड, मालाबार हिल, दादर, वर्ली और कुछ अन्य इलाकों में केवल एक घंटे में 40 मिलीमीटर से 65 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे कई जगहों पर जलभराव हो गया. मुख्‍यमंत्री ने बताया कि मुंबई में 300 मिमी बारिश दर्ज की गई है. 

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6. मौसम विभाग का अलर्ट 

आईएमडी ने मुंबई और कोंकण क्षेत्र में अगले दो दिनों तक भारी बारिश का अनुमान जताया और ‘रेड अलर्ट' जारी किया है. मराठवाड़ा और विदर्भ में ‘ऑरेंज अलर्ट' है. इस सप्‍ताह के आखिर में बारिश की तीव्रता कम होने की उम्मीद है. बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र इसका कारण बताया जा रहा है. 

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7. मौतें और फसलों को नुकसान 

महाराष्ट्र में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हुई. मुख्यमंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में बादल फटने जैसी स्थिति के कारण आई बाढ़ में आठ लोगों की मौत हो गई. साथ ही करीब 10 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई और 12-14 लाख एकड़ में फसलों को नुकसान हुआ है.  

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8. बचाव और राहत कार्य

मुंबई में मीठी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके कारण 400-500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. ठाणे और पालघर में 1,100 से अधिक लोगों को बचाया गया. नांदेड़ में 290 लोग सुरक्षित निकाले गए. 

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9. कई नदियां उफान पर 

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय ने बताया कि शहर में मीठी नदी के उफान पर आने के कारण उपनगरीय मुंबई के कुर्ला से लगभग 350 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. गडचिरोली में सोमवार शाम से लगातार हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है और संपर्क टूट गया है. वहीं वाशिम जिले की प्रमुख नदियां लगातार चौथे दिन उफान पर हैं, जिससे हजारों हेक्टेयर खरीफ की फसल को नुकसान पहुंचा है. पश्चिमी महाराष्ट्र में, कोल्हापुर के राधानगरी बांध ने भारी जल आवक के बाद भोगवती नदी में 11,500 क्यूसेक पानी छोड़ा, जिससे इस मौमस में पंचगंगा नदी पांचवीं बार खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है. 

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10. प्रशासनिक कदम

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आपदा प्रबंधन की समीक्षा की और प्रभावितों को एनडीआरएफ नियमों के अनुसार वित्तीय सहायता देने का आदेश दिया. बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है, और पड़ोसी राज्यों के साथ जल प्रबंधन के लिए समन्वय किया जा रहा है. 

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