मुंबई पुलिस की साइबर सेल (Mumbai police Cyber cell) ने एक सेक्सटॉर्शन रैकेट गिरोह का पर्दाफाश किया है. मामले में कुल 3 लोगों की गिरफ्तारी की गई है जो फेसबुक और इंस्टग्राम पर सुंदर लड़कियों की तस्वीरें लगाकर फर्जी अकॉउंट बनाते फिर दोस्ती के बहाने लोगों से पहले मैसेंजर के जरिये मेलजोल बढ़ाते फिर मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप के जरिये चैट करते और फिर अचानक से वीडियो कॉल कर पोर्न फिल्म दिखाते. अगर सामने वाले ने उसमे रुचि दिखाई तो उसका स्क्रीन शॉट्स ग्रैब कर उसे ब्लैकमेल करते थे.
जॉइंट सीपी मिलिंद भारम्बे के मुताबिक, गिरोह के सदस्य वैसे तो कम पढ़े-लिखे हैं लेकिन उन्होंने इंटरनेट पर वीडियो कैसे बनाएं, इसकी 3 दिन की विशेष ट्रेनिंग ली है.ये लोग सोशल मीडिया पर पहले रिसर्च कर अपने लायक शिकार खोजते थे. जिनमें समाज के प्रतिष्ठित लोग जैसे कि आईपीएस,आईएसएस, नेता, एमएलए, एमपी, बॉलीवुड और मीडिया के बड़े लोग लोगों का समावेश होता था. जो भी इनकी चाल में फंस जाता था फिर उसे ब्लैकमेल करते थे. पहले ये चार से पांच हजार रुपए मांगते जो पैसे दे देता है फिर उससे बार बार पैसों की मांग कर लाखों वसूलते थे.
साइबर पुलिस की डीसीपी रश्मि करंदीकर के मुताबिक़, सेक्सटॉर्शन की शिकायत मिलने पर दो मामले दर्ज कर अलग टीमें बनाई गई और फिर आरोपियों की पहचान कर राजस्थान और हरियाणा पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर मुम्बई लाया गया है. पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपियों ने अपनी ठगी के लिए 54 मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया है. जिसके जरिये 171 फेसबुक और 5 इंस्टाग्राम प्रोफाइल बनाया था और पैसों के लेनदेन 58 बैंक अकॉउंट का इस्तेमाल किया था.