मुंबई साइबर पुलिस ने बिहार से कोविड-19 के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह ने ठगी करने के लिए बिहार शरीफ में बाकायदा कॉल सेंटर बना रखा था. सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन, एम्बुलेंस, रेमडिसिविर इंजेक्शन और अस्पताल में बेड दिलाने के विज्ञापन देकर गिरोह के सदस्य जरूरतमंदों से ऑनलाइन पैसे भरवाकर गायब हो जाते थे. पुलिस बिहार से 6 लोगों को पकड़कर लायी है जिनमे एक नाबालिग भी है. देशभर में अभी तक 210 लोगों के ठगे जाने का खुलासा हुआ है. तकरीबन 60 लाख गबन किया गया है और इसके लिए 100 से ज्यादा सिम कार्ड का इस्तेमाल किया गया था.
जानकारी के अनुसार, सभी सिम कार्ड पश्चिम बंगाल से फर्जी दस्तावेजों पर बनवाये गये थे. आरोपियों ने ऑनलाइन पैसे जमा करवाने के लिए फर्जी दस्तावेजों से 30 के करीब बैंक अकाउंट भी खोल रखे थे. लोगों को भरोसा दिलाने के लिए एक स्थापित दवा कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर होने का दावा भी करते थे जिससे लोग आसानी से फंस जाते थे. मुम्बई में इसी तरह की ठगी की शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज कर साइबर पुलिस डीसीपी रश्मि करंदीकर और उनकी टीम ने बिहार से चल रहे इस पूरे गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है.