चक्रवाती तूफान ताउते (Cyclone Tauktae) के दौरान लापरवाही के कारण हादसे का शिकार हुए P305 बार्ज जहाज से जुड़े आरोपियों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. मामले में पुलिस (Mumbai Police) ने तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. इस हादसे में 86 लोगों ने जान गंवाई थी. ताउते तूफाने के दौरान P305 बार्ज अरब सागर (Arabian sea) में फंसकर डूब गया था. हादसे के बाद तीन दिन तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में बार्ज में सवार 188 लोगों को बचा लिया गया था. बार्ज में कुल 274 कर्मचारी सवार थे.
Cyclone Tauktae: बार्ज P305 पर सवार चीफ इंजीनियर का खुलासा, 'कप्तान ने चेतावनी की अनदेखी की'
यह हादसा लंबे समय तक सुर्खियों में बना हुआ था. हादसे के प्रत्यदर्शी कर्मचारियों ने चौंका देने वाला खुलासा किया था. कर्मचारियों ने बार्ज प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया था. मामले में आरोपियों के खिलाफ मुंबई के येलो गेट थाने की पुलिस ने कार्रवाई की है. मुंबई के येलो गेट थाने की पुलिस ने मामले में आरोपी पापा शिपिंग कंपनी के मैनेजर गणपत राणे, संचालक नितिन कुमार दीनानाथ सिंह और टेक्निकल सुप्रीटेंडेंट अखिलेश्वर श्रीसाहेब तिवारी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों पर 304(2), 338, 34भादवी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है. बता दें कि ताउते तूफान के मुंबई के तटीय इलाकों से टकराने के पहले ही मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया था. मौसम विभाग ने उस समय उत्तरी अरब सागर में मौजूद सभी नावों को तट पर लौटने के लिए कहा था. मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन के अलर्ट जारी करने के बावजूद बार्ज P305 तट पर नहीं लौटा.
किनारे पर न लौटने का फैसला बार्ज P305 में सवार कर्मचारियों के लिए घातक साबित हुआ. बार्ज P305 के डूबने के बाद बचकर लौटे चीफ इंजीनियर ने बार्ज के मास्टर पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि सख्त चेतावनी के बाद बार्ज के मास्टर ने तट पर न लौटने का फैसला लिया था, जिससे कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.