- पवई पुलिस के सहायक निरीक्षक अमोल वाघमारे की बहादुरी से 17 बच्चों सहित कुल 19 लोगों की जान बच गई.
- आरोपी रोहित आर्या ने वेब सीरीज के ऑडिशन के बहाने बच्चों को स्टूडियो में बुलाया और बंधक बना लिया.
- बच्चों की जान बचाने के लिए अमोल वाघमारे अकेले ही सिरफिरे से भिड़ गए.
मुंबई बंधक मामले में पवई पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक अमोल वाघमारे की बहादुरी और तत्परता के कारण 17 छोटे बच्चों सहित कुल 19 लोगों की जान बच गई. बच्चों की जान बचाने के लिए अमोल वाघमारे अकेले ही सिरफिरे से भिड़ गए. क्रॉस फायरिंग में आरोपी रोहित आर्या को गोली लगी और बाद में उसकी मौत हो गई.
पुलिस के मुताबिक, दोपहर पौने दो बजे पवई पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ने वेब सीरीज के ऑडिशन के बहाने बच्चों को स्टूडियो में बुलाकर बंधक बना लिया है. आरोपी की पहचान रोहित आर्या के रूप में हुई, जिसके पास एयर गन थी और उसने स्टूडियो की खिड़कियों पर सेंसर लगा रखे थे, जिससे कोई अंदर न आ सके.
बाथरूम के रास्ते स्टूडियो में घुसे पुलिसकर्मी
इसके बाद पुलिसकर्मी इमारत के पिछले दरवाजे से अंदर घुसे और बाथरूम के रास्ते स्टूडियो में प्रवेश किया. पुलिस को देखते ही रोहित आर्या ने गोलीबारी करने का प्रयास किया.
बच्चों की जान बचाने के लिए API अमोल वाघमारे ने क्रॉस फायरिंग करते हुए जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई, जो आरोपी की दाहिने तरफ छाती में लगी और वह नीचे गिर गया. पुलिस की इस कार्रवाई में रोहित आर्या की मौत हो गई.
मौके से एयर गन और केमिकल बरामद
पुलिस ने घटनास्थल से एयर गन और केमिकल बरामद किए हैं. सभी 17 बच्चों और एक महिला सहित 19 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया.
सहायक पुलिस निरीक्षक अमोल वाघमारे को इस ऑपरेशन का हीरो माना जा रहा है.














