यूपी के मुरादाबाद (Moradabad) में धर्मांतरण कानून (conversion law) एक हिन्दू-मुस्लिम जोड़े के लिए मुसीबत बन गया है. मामले में पीड़ित लड़की जब चार माह पहले मुस्लिम युवक से हुई शादी पंजीकृत कराने गई थी तो हिन्दू संगठनों की शिकायत पर पुलिस ने पकड़ लिया. उसके पति और देवर को गिरफ्तार कर लिया गया. उसे शेल्टर होम भेज दिया गया. जहां उसका गर्भपात (Miscarriage) होने की खबर सामने आई है. हालांकि UP पुलिस का कहना है कि लड़की का गर्भपात होने की खबर गलत है. उसके गर्भ में पल रहा तीन महीने का बच्चा सुरक्षित है.महिला के साथ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की की थी. इसके एक वीडियो भी वायरल हुआ था.
महिला को पिछले तीन दिनों में दो बार पेट दर्द, ब्लीडिंग जैसी शिकायत के बाद दो बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. महिला का कहना है कि जुलाई में शादी के वक्त उसने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था और 5 दिसंबर को वह अपने पति के साथ शादी को पंजीकृत कराने जा रही थी, तभी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और उन्हें पुलिस स्टेशन लेकर गए. मुस्लिम युवक और उसके भाई को पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए नए धर्मांतरण कानून के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जबकि महिला लगातार यही गुहार लगाती रही कि उसका निकाह हो चुका है.
पुलिस ने उसे शेल्टर होम में भेज दिया.यूपी में बाल अधिकार विभाग के प्रमुख विशेष गुप्ता का कहना है कि महिला का गर्भपात होने की अखबारों में प्रकाशित खबरें गलत हैं. जब रविवार को महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया तो उसके गर्भ में पल रहा तीन महीने का बच्चा सुरक्षित था. हालांकि NDTV ने इस बात की पुष्टि की है कि महिला को दोबारा कुछ घंटों के भीतर ही अस्पताल में दाखिल कराया गया था.