मुरादाबाद एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स ने शहर के स्कूलों के बाहर "नो फीस-नो एग्जाम" के पोस्टर लगाए हैं. एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है, "अगर छात्र फीस नहीं देते हैं तो हम छात्रों को परीक्षा में नहीं बैठने देंगे." उन्होंने कहा, "साल 2020 हम सभी के लिए COVID-19 के कारण कठिन रहा है. छात्र स्कूल नहीं आ रहे थे और इस वजह से उन्होंने फीस जमा नहीं किया है. हम वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं और ऑनलाइन छात्रों को पढ़ा रहे हैं. छात्रों द्वारा फीस जमा नहीं किए जाने की वजह से हमें सैलरी मिलने में काफी दिक्कतें हो रही हैं. यदि छात्र परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं, तो उन्हें फीस जमा कराना होगा."
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आगे कहा कि महामारी के बीच पिछले साल दिसंबर तक स्कूलों की फीस जमा नहीं कराया गया है. हालांकि, कुछ छात्र फीस जमा कराएं हैं, जैसे-जैसे परीक्षाएं पास आ रही है. फिर भी 50 से 60 प्रतिशत छात्रों के फीस नहीं आए हैं.
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