संबलपुर (ओडिशा): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी ‘गारंटी' देशभर के ‘असहाय लोगों की आखिरी उम्मीद' है और ओडिशा के लोगों को आश्वस्त किया कि राज्य तथा इसके लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है. मोदी ने पूर्व उपप्रधानमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने को देशभर के करोड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं के लिए सम्मान बताया.
उन्होंने कहा कि आडवाणी ने परिवारवादी राजनीति को चुनौती दी और ‘राजनीतिक रूप से अछूत' पार्टी होने की इसकी पहचान बदलकर इसे विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनाया. वर्ष 2019 के बाद राज्य में अपनी पहली राजनीतिक रैली में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में लोगों का इस्तेमाल ‘वोट बैंक' के रूप में किया, जबकि भाजपा सरकार आदिवासियों के विकास को महत्व दे रही और पिछले 10 वर्षों में उनके लिए बजट बढ़ाया गया है.
मोदी ने कहा, ‘‘यह भाजपा है जिसने ओडिशा की बेटी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति के पद पर पहुंचाया. तीन दिन पहले संसद में उनके संबोधन को पूरे विश्व ने सुना.'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह कांग्रेस और उसके सहयोगी ही थे, जिन्होंने उनके खिलाफ अपनी पूरी कोशिश की और उनका अपमान भी किया. यह सिर्फ द्रौपदी मुर्मू का नहीं, बल्कि पूरे आदिवासी समुदाय और ओडिशा के लोगों का अपमान था.''
राज्य में मोदी की पिछली जनसभा अप्रैल 2019 में केंद्रपाड़ा में, लोकसभा चुनाव और राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान हुई थी, जो एक साथ हुए थे. तब से प्रधानमंत्री ने तीन बार राज्य का दौरा किया लेकिन एक भी रैली को संबोधित नहीं किया था. इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा में शनिवार को 68,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया.
संबलपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में 400 करोड़ रुपये के स्थायी परिसर के उद्धघाटन के अलावा प्रधानमंत्री ने ऊर्जा, सड़क और रेलवे जैसे अलग-अलग क्षेत्रों की कई परियोजनाओं का उद्धघाटन किया. मोदी ने वर्ष 2021 में आईआईएम परिसर का शिलान्यास किया था.
उन्होंने कहा, ‘‘आज ओडिशा की विकास यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि लगभग 70,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी (मोदी की) गारंटी ‘‘गारंटियों की गारंटी है, क्योंकि उनकी सरकार देशभर के असहाय लोगों की अंतिम उम्मीद है.''
मोदी ने ओडिशा के विकास में अपनी सरकार के योगदान को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान चार करोड़ गरीब परिवारों को 'पक्के घर' उपलब्ध कराए गए हैं और लोगों को दो करोड़ पक्के घर देने के लिए बजटीय प्रावधान किया गया है. ओडिशा के करीब 25 लाख लोगों को पक्के घर मिल चुके हैं. मोदी ने कहा, ‘‘आप अपने गांव वापस जाएं और सभी को बताएं कि मोदी ने जिन लोगों के पास पक्के घर नहीं हैं उन्हें ये मुहैया करने की गारंटी दी है.''
उन्होंने कहा कि ओडिशा की कम से कम 55 लाख महिलाएं पीएम उज्ज्वला योजना से लाभान्वित हुई हैं और राज्य के 40 लाख किसानों को पीएम किसान निधि योजना के तहत कवर किया गया है, जिसके तहत प्रत्येक लाभार्थी को कम से कम 30,000 रुपये प्रदान किए गए हैं. किसानों के विकास का एक उदाहरण देते हुए मोदी ने कहा कि 2014 से पहले सरकार ओडिशा से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के तहत 36,000 करोड़ रुपये के धान खरीदती थी, जबकि मौजूदा सरकार ने राज्य से 1.10 लाख करोड़ रुपये की धान खरीदी है.
उन्होंने कहा कि इसी तरह भाजपा सरकार मछुआरा समुदाय का उत्थान करने के लिए सभी कदम उठा रही है. सरकार मछली पालन करने वाले किसानों का जीवन-स्तर बेहतर करने पर लगातार जोर दे रही है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बजट में ‘रुफटॉप सोलर योजना' के लिए 10,000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने के साथ घरेलू बचत बढ़ाने को सुनिश्चित करने की दिशा में भी काम कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘रुफटॉप सोलर योजना के तहत लोगों का बिजली बिल शून्य हो जाएगा.''महिला सशक्तीकरण पर प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र ने आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ ‘आशा' और आंगनवाड़ी सेविकाओं को भी उपलब्ध कराया है, जिन्हें पांच लाख रुपये तक की स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्राप्त होंगी.
संबलपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ-साथ पूर्व उपप्रधानमंत्री आडवाणी ने भी भारत के लोकतंत्र को सर्व-समावेशी और राष्ट्रवादी विचारधाराओं से जोड़ा. उन्होंने कहा कि आडवाणी को भारत रत्न ‘राष्ट्र प्रथम' की विचारधारा का सम्मान है और देश के करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को भी मान्यता है.
मोदी ने कहा, ‘‘यह पार्टी की विचारधाराओं और पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं के संघर्ष को मान्यता है. यह पार्टी और इसके कार्यकर्ताओं को भी सम्मान है, जो (भाजपा) दो सांसदों की पार्टी से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई.''
उन्होंने कहा, ‘‘आडवाणी एक पार्टी के चंगुल से लोकतंत्र को मुक्त कराने के लिए लगातार लड़े और हर किसी का मार्गदर्शन किया. उन्होंने परिवारवाद की राजनीति को चुनौती दी और भारत के लोकतंत्र को सर्व-समावेशी एवं राष्ट्रवादी विचारधाराओं से जोड़ा.''
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