पीएम मोदी सरकार के कामकाज को फिर सम्मान मिला है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पीएम के नेतृत्व में योजनाओं और नवाचार को वैश्विक मान्यता दिला रहे हैं. शिक्षा मंत्रालय की इस पहल पर पीएम मोदी ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स बनाया. जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम एक बार फिर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो गया है. हाल ही में पीएम मोदी के कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा को एक महीने में 3.53 करोड़ रजिस्ट्रेशन के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली. खास बात ये है कि एक बार फिर धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व वाले मंत्रालय से जुड़ी पहल को लेकर पीएम मोदी ने यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है.
यह दूसरा अवसर है जब धर्मेंद्र प्रधान के मंत्रालय ने गिनीज बुक में जगह बनाई है. "परीक्षा पे चर्चा" को एक महीने के भीतर सबसे अधिक पंजीकरण प्राप्त करने वाले नागरिक सहभागिता मंच के रूप में गिनीज बुक में स्थान मिला है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी परीक्षा से पहले छात्रों के साथ संवाद करते हैं, देशभर में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच जबरदस्त उत्साह और भागीदारी का कारण बनता है. यह न केवल परीक्षा के तनाव को कम करता है, बल्कि उसे प्रेरणा और प्रोत्साहन के उत्सव में बदल देता है.
इससे पहले 2015 में जब प्रधान पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री थे तब भी उनके एक कार्यक्रम को गिनीज बुक में जगह मिली थी. तब 'पहल' (एलपीजी के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) योजना के तहत 12.57 करोड़ परिवारों को नकद हस्तांतरण उपलब्ध कराने के लिए इसे दुनिया के सबसे बड़े नकद हस्तांतरण कार्यक्रम के रूप में मान्यता मिली थी.
अब तक मोदी सरकार की चार पहल को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त हुई है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें से दो पहल धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में क्रियान्वित की गईं. इनके अलावा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (2015) और प्रधानमंत्री जन धन योजना को भी रिकॉर्ड बुक में स्थान मिला है. हालांकि धर्मेंद्र प्रधान की दो अलग-अलग मंत्रालयों में नेतृत्व वाली योजनाओं को गिनीज रिकॉर्ड मिला है, जो एक दुर्लभ उपलब्धि है.