प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में एनडीए 2.0 की सरकार के संभावित मंत्रिमंडल विस्तार के पहले आठ राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्त की गई है. इसमें मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे थावर चंद्र गहलोत का नाम भी शामिल है, जो बीजेपी का बड़े दलित चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं. मौजूदा गवर्नर की पूरी फेहरिस्त को देखें तो पीएम मोदी द्वारा राज्यों के राज्यपालों के चयन में सभी समुदायों को सम्मान और प्रतिष्ठा देने की पूरी झलक मिलती है. पहली बार रिकॉर्ड संख्या में एससी-एसटी और ओबीसी समुदाय से आने वाली शख्सियतों को राज्यपाल नियुक्त किया गया है. बड़ी तादाद में महिलाओं को भी राज्यपाल के पद पर सुशोभित किया गया है.
राजनीतिक रूप से बेहद प्रभावशाली जाट समुदाय से आने वाले तीन शख्सियत मौजूदा समय में राज्यपाल पद पर कार्यरत हैं. अनुसूचित जाति के भी कई गवर्नर (SC communities Governor) हैं. इसमें बीजेपी के सबसे बड़े दलित चेहरे के तौर पर थावर चंद्र गहलोत (Thaawar chand Gehlot) की आज की नियुक्ति भी शामिल है. जो केंद्रीय मंत्री पद के बाद अब कर्नाटक के राज्यपाल ( Karnataka Governor) होंगे. राजेंद्र आर्लेकर अब हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल होंगे. वह गोवा विधानसभा में परनेम सीट से विधायक रहे हैं. सत्यदेव नारायण आर्य (Satyadev Narayan Arya) अब त्रिपुरा के राज्यपाल का पदभार संभालेंगे. जबकि बेबी रानी मौर्य मौजूदा समय में उत्तराखंड की गवर्नर हैं.
जनजातीय समाज से भी कई नेता गवर्नर बने हैं. इनमें मंगूभाई पटेल (Mangubhai Patel) अब मध्य प्रदेश के राज्यपाल होंगे. पटेल गुजरात की राजनीति में बेहद अनुभवी और आदिवासी समुदाय के बड़े नेता रहे हैं. अनुसुइया उकेई छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के पद पर काम कर रही हैं.
ओबीसी समुदाय (OBC Governors) के राज्यपालों की लिस्ट भी छोटी नहीं है. लोनिया समुदाय से ताल्लुक रखने वाले फागू चौहान ( Phagu Chauhan) फिलहाल बिहार के गवर्नर (Governor of Bihar) पद पर काम कर रहे हैं. रमेश बैस को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है. बंडारू दत्तात्रेय हिमाचल में छोटे कार्यकाल के बाद अब हरियाणा के गवर्नर बनाए गए हैं. गंगा प्रसाद चौरसिया (Ganga Prasad Chaurasiya) सिक्किम के राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं. तमिलिसाई सौंदर्यराजन तेलंगाना के साथ पुदुच्चेरी के गवर्नर का पदभार संभाल रही हैं.
जाट समुदाय (Jat Community) से तीन राज्यपाल अभी कार्यरत हैं. यह पहली बार है कि जाट समुदाय से तीन गवर्नर एक साथ विभिन्न राज्यों में काम कर रहे हों. इनमें से जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankar ) बंगाल के गवर्नर हैं. जबकि आचार्य देवव्रत (Acharya Devvrat) पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात के गवर्नर हैं. जबकि सत्यपाल मलिक मेघालय के राज्यपाल हैं.
दो मुस्लिम बुद्धिजीवी भी राज्यपाल पद पर हैं. इनमें आरिफ मोहम्मद खान केरल के और नजमा हेपतुल्ला मणिपुर की गवर्नर हैं, जिन्हें अल्पसंख्यक समुदाय के प्रभावशाली शख्सियतों में गिना जाता है. दो तेलुगू भाषी समुदाय के गवर्नर भी हैं. बंडारू दत्तात्रेय के बाद के हरि बाबू को राज्यपाल बनाया गया है.