कैबिनेट ने 157 नए सरकारी नर्सिंग कॉलेज और राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति को दी मंजूरी

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश में 157 सरकारी नर्सिंग कॉलेज (Nursing College) खोले जायेंगे तथा जिसे अगले 24 महीने में पूरा करके राष्ट्र को समर्पित किया जायेगा.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में देश में 157 सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. साथ ही कैबिनेट ने राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति (National medical device policy) को भी मंजूरी दे दी. मंत्रिमंडल ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित किया. 

1570 करोड़ रूपये होंगे खर्च

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) की बैठक में 157 सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोले जाने का फैसला लिया है.  इन्हें अगले 24 महीने में पूरा करके राष्ट्र को समर्पित किया जायेगा. सरकार को इसे बनाने में 1570 करोड़ रूपये का खर्च आयेगा. उन्होंने बताया कि इस फैसले का मकसद देश में नर्सिंग क्षेत्र के पेशेवरों की संख्या बढ़ाने के साथ गुणवत्तापूर्ण, वहनीय एवं समावेशी नर्सिंग शिक्षा प्रदान करना है.

क्या है राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति?

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति को मंजूरी दे दी जिसका मकसद देश में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र को प्रोत्साहित करना एवं आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि  इस नीति में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र को लेकर छह सूत्री रणनीति तैयार की गई है तथा इसे लागू करने के लिए कार्य योजना भी तैयार की गई है. 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सा उपकरण क्षेत्र के अगले पांच वर्षों में वर्तमान 11 अरब डालर (करीब 90 हजार करोड़ रूपये) से बढ़कर 50 अरब डालर होने की उम्मीद है. ऐसे में यह आशा की जाती है कि यह नीति पहुंच, वहनीयता, गुणवत्ता एवं नवोन्मेष के लोक स्वास्थ्य उद्देश्यों को पूरा करेगा. उन्होंने कहा कि देश में 75 प्रतिशत चिकित्सा उपकरणों का आयात किया जाता है. इस स्थिति में देश में ही चिकित्सा उपकरण बनाएं जाएं, जरूरत को पूरा किया जा सके और निर्यात भी हो, इसके लिए समग्र प्रयास किये जाने की जरूरत महसूस की गई.

मंत्रिमंडल ने प्रकाश सिंह बादल को दिया श्रद्धांजलि 

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के निधन पर श्रद्धांजलि प्रस्ताव पारित किया गया. बादल का मंगलवार को निधन हो गया था.

ये भी पढ़ें-

 

Featured Video Of The Day
Bahraich Violence: 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजे गए हिंसा के 5 आरोपी