पाकिस्तान की ओर से बीती रात कई ड्रोन और मिसाइलें भारत की ओर दागी गईं. भारतीय वायुसेना ने पाक के इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया. पाक की फुस्स हुईं मिसाइलों के टुकड़े राजस्थान से हरियाणा तक फैले पड़े हैं, जिन्हें लोग हाथों में उठाकर सेना को सौंप रहे हैं. ये मंजर ऐसा है कि भारतीय लोग पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को चिढ़ा रहे हैं... कह रहे हैं- पाकिस्तान अपने ये टूटे खिलौने देख लो. पाकिस्तान की एक हाई स्पीड मिसाइल को मार गिराने की जानकारी आज विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सेना की ओर से भी दी गई.
पाकिस्तानी मिसाइल को हाथों में उठाए एक फोटो सामने आया है. इसमें लोगों के चेहरे की हंसी बता रही है कि पाकिस्तान के हमलों से भारतीय डरे नहीं हैं. देश की जनता भारतीय सेना के साथ खड़ी है.
पाकिस्तान की उकसावे वाली हरकतों का ऐसा जवाब दिया है कि महज 72 घंटे के अंदर पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकी ठिकानों, उनके सैन्य प्रतिष्ठानों और पुलिस स्टेशनों को नष्ट कर दिया है. सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों को भारत ने मार गिराया है.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, 'पाकिस्तानी सेना पश्चिमी सीमाओं पर लगातार हमले कर रही है, उसने भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, युद्धक हथियार और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया है. भारत ने कई खतरों को नाकाम कर दिया, लेकिन पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर हवाई मार्ग से घुसपैठ करने की कोशिश की.'
उन्होंने आगे कहा, 'पाकिस्तान ने पंजाब के वायुसेना बेस को निशाना बनाने के लिए रात 1:40 बजे हाई-स्पीड मिसाइलों का इस्तेमाल किया. उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं और स्कूलों पर भी हमला किया.'
भारत के जवाबी हमले में पाकिस्तान के दो F-16 लड़ाकू विमान बर्बाद हो गए, जिनकी कीमत करीब 500 करोड़ रुपये होती है. यानि पाकिस्तान के हजार करोड़ रुपये खाक हो गए. इसी तरह पाकिस्तान के दो JF-17 लड़ाकू विमानों को भी भारत ने मार गिराया, जिनकी कीमत 120 करोड़ के आस पास होती है यानि पाकिस्तान ने अपने 240 करोड़ रुपये गंवा दिए.
इसके अलावा भारत ने पाकिस्तानी पंजाब में उसके एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम यानी AWACS से लैस प्लेन को भी जमींदोज कर दिया, जिसकी कीमत बताई जा रही है- 5,845 करोड़ रुपये. इन सभी को जोड़ दें तो पूरी कीमत बैठती है, 7 हजार 85 करोड़ रुपये.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, 'अंतररष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर श्रीनगर से नलिया तक 26 से अधिक स्थानों पर हवाई घुसपैठ और कई उत्पीड़नकारी हमले करने की कोशिश की गई. भारतीय सशस्त्र बलों ने इन खतरों और अधिकांश वेक्टरों को सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया. हालांकि, उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज में भारतीय वायु सेना स्टेशनों पर उपकरणों और कर्मियों को सीमित नुकसान हुआ. इसके बाद रात 1:40 बजे के बाद पंजाब के कई हवाई ठिकानों पर कई हाई-स्पीड मिसाइल हमले भी देखे गए.'
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