मुंबई के मीरा रोड मर्डर (Mira Road Murder) मामले को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. सामने आया है कि जिस फ्लैट में यह मर्डर हुआ है, वहां रहने वाला कपल अपने पड़ोसियों से कभी बातचीत नहीं करता था. साथ ही यह कपल मुंबई स्थित अपने अपार्टमेंट की इमारत में काफी हद तक अनजान था. बुधवार को एक जघन्य हत्या के खुलासे के बाद से लगातार सुर्खियों में है.
32 साल की सरस्वती वैद्य और 56 साल के मनोज साने की मुलाकात करीब 15 साल पहले एक राशन की दुकान पर हुई थी, जहां मनोज साने काम करता था. पुलिस के मुताबिक, दोनों अनाथ थे और अहमदनगर के रहने वाले थे. साने के पास आईटीआई का सर्टिफिकेट था.
सरस्वती एक स्कूल ड्रॉपआउट थी और एक अनाथालय में रहती थी. हालांकि उसकी तीन बहनें थीं. मनोज साने से मिलने के बाद सरस्वती ने उनके साथ रहने का फैसला किया. उसने घर पर लोगों को बताया कि वह उसका मामा है और बहुत अमीर है.
पांच साल पहले दोनों मीरा रोड अपार्टमेंट बिल्डिंग के फ्लैट नंबर 704 में रहने आए थे.
साने के अपार्टमेंट से आने वाली संदिग्ध बदबू को लेकर पुलिस को सतर्क करने वाले सोमेश श्रीवास्तव का कहना है कि हर वक्त वे अपने आप में ही रहते थे. उन्होंने कहा, 'मैं उनका नाम भी नहीं जानता था'.
बदबू की वजह का पता बुधवार को तब चला, जब पुलिस अपार्टमेंट में घुसी. कुछ पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर उल्टी कर दी. पुलिसकर्मी लिविंग रूम में फैले मानव शरीर के अंगों और रसोई में बर्तनों में उबले और भुने मांस की भयावहता के लिए तैयार नहीं थे.
रविवार को सरस्वती की कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी. दोनों के बीच लड़ाई हुई थी. कथित तौर पर साने को संदेह था कि वह उसे धोखा दे रही थी. पुलिस को साने के बयान में बेतहाशा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है.
साने ने पहले दावा किया था कि सरस्वती ने जहर खा लिया था और उसकी मौत हो गई. इसके बाद वह घबरा गया था और उसने सरस्वती के शव को निपटाने के लिए उसके शरीर को काटा था. साथ ही उसने यह दावा भी किया कि सरस्वती "उसकी बेटी की तरह थीं".
शरीर काटने के लिए खरीदी थी आरी
सरस्वती की बहनों से पुलिस पूछताछ कर रही है. हालांकि अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन साने ने आगे क्या किया, इसे लेकर परेशान करने वाला विवरण सामने आ रहा है.
उसने अपनी गर्लफ्रेंड के शरीर को काटने के लिए इलेक्ट्रिक आरी खरीदी थी. माना जा रहा है कि उसने पुलिस को बताया है कि उसे श्रद्धा वाकर मामले से आइडिया मिला था. पूरे फ्लैट में कचरे रखने वाली काली थैलियां बिखरी पड़ी थी.
रूम फ्रेश का किया था छिड़काव
उसने रूम फ्रेशनर का छिड़काव किया और कथित तौर पर शरीर के अंगों को उबालने और भूनने की कोशिश की. उसे विश्वास था कि इससे उसे शव को निपटाने में आसानी होगी. उसे कथित तौर पर पड़ोसियों द्वारा एक नकाब में देखा गया था, जिन्होंने सोचा कि मरा हुआ चूहा अत्यधिक बदबू का कारण हो सकता है.
मंगलवार की सुबह तक बदबू तेज हो गई और एक पड़ोसी ने लिफ्ट में साने से इस बारे में शिकायत की. इस पर साने ने कहा कि जब वह काम से लौटेगा तो इसे देखेगा.
पड़ोसी ने किया पुलिस को फोन
आखिरकार मनोज साने पकड़ा गया. जब उसके पड़ोसी सोमेश श्रीवास्तव ने उसके दरवाजे पर दस्तक दी और साने को स्प्रे, संभवतः एक रूम फ्रेशनर का उपयोग करते सुना. जब किसी ने जवाब नहीं दिया तो पड़ोसी ने पुलिस को फोन किया. साने ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने पड़ोसियों की मदद से उसे लिफ्ट में पकड़ लिया.
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