इंश्योरेंस के पैसे के लिए कम तीव्रता वाले विस्फोटक उपकरण को कथित रूप से एक कूरियर पार्सल में पैक करने के आरोप में पुलिस ने एक लड़के को हिरासत में लिया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस सप्ताह की शुरुआत में एक कूरियर कंपनी के कार्यालय में पार्सल में आग लग गई, जिससे दहशत फैल गई, हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि कूरियर कंपनी द्वारा पुलिस में शिकायत के बाद, जिस लड़के ने कथित तौर पर इसे भेजा था, उसे ट्रैक कर लिया गया और शुक्रवार को उसे हिरासत में ले लिया गया.
पुलिस के अनुसार, लड़के को क्षतिग्रस्त सामान के बीमा पॉलिसी के लिए एक ऑनलाइन विज्ञापन मिला और उसने आसान पैसा पाने की योजना बनाई. उसने कथित तौर पर इंटरनेट पर हासिल जानकारी का उपयोग करके पटाखों, एक इलेक्ट्रॉनिक बैटरी और एक मोबाइल फोन का उपयोग करके एक इलेक्ट्रिक सर्किट को इकट्ठा किया. मोबाइल फोन के अलार्म को ट्रिगर का काम करना था.
उसने दो कंप्यूटर प्रोसेसर, एक मोबाइल फोन और एक मेमोरी कार्ड के लिए नकली चालान बनाए, जिसकी कुल कीमत ₹ 9.8 लाख से अधिक थी और इनवॉइस का उपयोग करके इन सामानों के लिए एक बीमा पॉलिसी खरीदी. फिर उसने डिवाइस को एक पार्सल में पैक किया और दिल्ली में एक नकली पते पर शिपिंग के लिए बुक किया.
कूरियर फर्म के एक कर्मचारी द्वारा उपनगरीय सांताक्रूज में उनके घर से पैकेट एकत्र किया गया था. अधिकारी ने कहा कि जोगेश्वरी इलाके में फर्म के कार्यालय में मंगलवार रात आग लग गई, जिससे अलार्म बज गया और पुलिस जांच हुई.
भारतीय दंड संहिता की धारा 285 (आग या ज्वलनशील पदार्थ के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण, 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला काम और 435 (आग या विस्फोटक पदार्थ द्वारा शरारत) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
अधिकारी ने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम के तहत लड़के को 27 जुलाई तक बाल गृह भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है.