मेट्रोमैन श्रीधरन होंगे बीजेपी में शामिल, कभी दिल्ली सरकार के इस फैसले का किया था विरोध

मेट्रोमैन श्रीधरन (E. Sreedharan) अब बीजेपी में शामिल होंगे और विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे. वह औपचारिक तौर पर 21 फरवरी को पार्टी की विजय यात्रा के दौरान शामिल होंगे.

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मेट्रोमैन श्रीधरन (E. Sreedharan) अब बीजेपी में शामिल होंगे और विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे. वह औपचारिक तौर पर 21 फरवरी को पार्टी की विजय यात्रा के दौरान शामिल होंगे. केरल के बीजेपी प्रमुख सुरेंद्रन के नेतृत्व में विजय यात्रा निकाली जा रही है, इसी दौरान श्रीधरन भी सदस्यता लेंगे. बता  दें कि दिल्ली से लेकर कोच्चि तक मेट्रो सेवा को देश से जोड़ने में श्रीधरन का अहम योगदान है. मेट्रो जैसे परिवहन की व्यवस्था में अहम योगदान के चलते श्रीधरन को पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित किया जा चुका है.

बता दें कि श्रीधरन ने जब अरविंद केजरीवाल सरकार ने महिलाओं को मेट्रो में मुफ्त यात्रा की योजना शुरू करने की सोची थी तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी. 10 जून को लिखी गई चिट्ठी में  श्रीधरन ने पीएम मोदी से कहा था कि दिल्ली सरकार के प्रस्ताव पर सहमत न हों. जब मेट्रो शुरू हुई थी तब यह निर्णय लिया गया था कि किसी को भी यात्रा के लिए मेट्रो में रियायत नहीं दी जाएगी. दिल्ली मेट्रो केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार का जॉइंट वेंचर है. कोई एक हिस्सेदार समाज के किसी एक हिस्से को रियायत देने का एकतरफा निर्णय नहीं ले सकता है. 

ई. श्रीधरन (E. Sreedharan) ने पत्र में लिखा था कि मेट्रो का अपना स्टाफ यहां तक कि मैनेजिंग डायरेक्टर भी जब यात्रा करते हैं तो टिकट खरीदते हैं. इस योजना को लागू करने में 1000 करोड़ रुपये सालाना का खर्चा आएगा और यह बढ़ता ही जाएगा, क्योंकि मेट्रो बढ़ेगी और किराए बढ़ेंगे. समाज के एक हिस्से को रियायत दी जाएगी तो बाद में दूसरे इससे भी रियायत देने की मांग करेंगे जैसे कि छात्र, विकलांग, वरिष्ठ नागरिक आदि. जो कि इस रियायत के ज़्यादा हकदार हैं. यह बीमारी देश की दूसरी मेट्रो में भी फैलती जाएगी. इस कदम से दिल्ली मेट्रो अक्षम और कंगाल हो जाएगी. अगर दिल्ली सरकार महिला यात्रियों की मदद करना ही चाहती है तो उनके खातों में सीधा पैसा डाल दे. 

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